अजमेर। हमारे देश की पहचान राम, कृष्ण, महावीर स्वामी व गौतम बुद्ध आदि हैं, दुनिया में मानवता, सज्जनता सरीखें जीवन मूल्यों एवं आदर्शों की नींव इन्होंने ही रखी। राम हम सब के आदर्श है, सौ करोड़ से ज्यादा राम के वंशज जिस देश में रहते है ऐसी भारत की भूमि हैं।
ये उदगार बुधवार को विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री उमाशंकर ने श्रीराम नाम महामंत्र परिक्रमा महोत्सव के 10वें दिन आयोजित धर्मसभा में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सभी ग्रन्थों और घटनाओं से विदित होता है कि राम से बड़ा राम का नाम है। भगवान राम की महिमा को हम कभी भुला नहीं सकते। हमें संस्कार, संस्कृति, समंव्य व अनुशासन भगवान राम ने ही सिखाया है।
उन्होंने राम वंशजों की भव्य राम मन्दिर वहीं बनाने की संकल्पता को दोहराते हुए कहा कि राम मंदिर हमारा अभिमान और हमारा स्वाभिमान है। सोमनाथ मंदिर को सरदार पटेल के प्रयासों से ही पहचान मिली। इसी तरह अब राम मंदिर को भव्य बनाने का समय आ गया है।
उन्होंने धर्मान्तरंण पर चिंता जताते हुए कहा कि विगत के कुछ सालों के हालात पर नजर डाले तो पता चलता है कि हमारी सभ्यता और संस्कृति पर लगातार षडयंत्रपूर्वक हमले किए जा रहे हैं। धर्मान्तरण इनमें से प्रमुख है। धर्मांतरण के जरिए हमारे परिवार के सदस्यों को हमसे अलग करने की साजिश चल रही है। इससे जरिए हमें सांस्कृतिक और धार्मिक तौर पर कमजोर किए जाने के प्रयास लगातार हो रहे हैं।
सभी राम भक्तों का अहवान करते हुए कहा कि हम सभी राम वंशज एक होकर भारत माता की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध हैं। हमें याद रखना चाहिए कि सिकंदर को करारी शिकस्त देने का काम इसी भूमि के सपूतों ने किया। गौरी, गजनी, बाबर तैमूर जैसे हमारी संस्कृति को निशाना बनाने वाले आततायियों को हमारे पूर्वजों ने ही भगाया। हमारे संस्कारों में ऐसा नहीं है कि हमने बलात् किसी के क्षेत्र में एकाधिकार जमाया हों। यही कारण है कि हमारी सभ्यता और संस्कृति की दुनिया में अलग ही पहचान है।
उन्होंने विश्व में इन दिनों व्याप्त आईएसआईएस के आंतकी खौफ के संदर्भ में कहा कि जिहाद के नाम पर २१वीं सदी में क्यों आदमी आदमी पर अत्याचार करने पर तुला है? गर्दनें काटकर उनके साथ फुटबाल की तरह खेल रहे हैं? आखिर किस धर्म में लिखा है कि दूसरों पर अत्याचार करो?
उन्होंने अजमेर में आयोजित हो रही श्रीराम नाम परिक्रमा को अविस्वरणीय बताते हुए कहा कि ऐसा दौर जब देश और दुनिया में धर्मों को लेकर हल-चल मची हुई है श्रीराम नाम के महामंत्रों का यह अनुष्ठान हिन्दू समाज को दिशा प्रदान करने वाला साबित होगा। उन्होंने आयोजकों को साधुवाद दिया।
श्रीराम नाम महामंत्र परिक्रमा महोत्सव समिति के संयोजक सुनील दत्त जैन ने बताया कि 21 दिसम्बर से चल रही 51 अरब राम नाम महमंत्रो की परिक्रमा प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु धर्मलाभ प्राप्त करने उमड़ रहे हैं। शहर के आजाद पार्क में बनाई गई अयोध्या नगरी राम भक्तों से अटी रहती है। भक्तों की रेलमपेल के चलते नजरा कुम्ंभ मेले सरीखा बन गया है। सुबह प्रभातफेरी लगाते हुए तो राम भक्तों की टोलियों का आना शुरू हो जाता है। समस्त लोकों में वन्दनीय श्रीराम की देर शाम होने वाली महाआरती मे भी भक्तों का सैलाब उमड़ता है।
सहसंयोजक कंवल प्रकाश ने बताया कि प्रतिदिन होने वाले संगीतमय सुन्दरकाण्ड पाठ में बुधवार को गणेश मण्डल के कैलाश शर्मा व साथियों ने मनभावन प्रस्तुति दी। सुन्दरकाण्ड पाठ के दौरान भक्त झूम उठे। बहुत से भक्तों ने सुन्दरकाण्ड पाठ के सामूहिक आयोजन में शिरकत की।
कार्यक्रम के दौरान सांई बाबा मन्दिर के महेश तेजवानी, पूनम मारोठिया और बाबू सिंह पंवार को समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए मंच पर सम्मानित किया गया। पूर्व मंत्री श्रीकिशन सोनगरा, दैनिक नवज्योति के प्रधान संपादक दीनबंधु चौधरी की पत्नी प्रतिभा चौधरी व राजस्थान पत्रिका के युगलेश शर्मा को शॉल ओढ़ाकर तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनन्दन किया गया।
शाम को महाआरती का लाभ यजमान धर्मेश जैन, रितेश गर्ग, सत्यनारायण काबरा, पवन जैन, चुन्नीलाल रामभरोसे, गगवाना वाले भंवरलाल यादव तथा एच.एस.मेहता ने लिया। श्रीराम नाम बैंक की तरफ से एस.एन. पाण्डे, बालकृष्ण पुरोहित, पूरनसिंह चौहान, शशिप्रकाश इन्दौरिया, रामसिंह चौहान, लक्ष्मण शर्मा उपस्थित रहे।
सहसंयोजक सुभाष काबरा ने बताया कि गन्धर्व महाविद्यालय आरोहम् के निदेशक आनन्द वैद्य ने अपने साथियों प्रसुल शर्मा, आकाशा शोभावत, नरेन्द्र जैन, सतीश दीक्षित के साथ देर शाम राम भक्ति से ओतप्रोत भजनों की प्रस्तुति दी। राम रा गुणगाान करिए…, सांसो की माला पर सुमरू मैं…, बादलिया बरस सांवरा के देश…, राम भजन कर मन…, पियाजी म्हारे नैना आगे… भजन के जरियें भक्तों का मन मोह लिया। इस अवसर पर शैलेन्द्र सतवरला, किशन चन्द्र बंसल, प्रदीप शर्मा, कैलाश अग्रवाल, महेन्द जैन मित्तल, अशोक टांक, सुरेश शर्मा, नारायण गुुर्जर, कमलेश पाराशर, शिवरत्न, राम गोपाल अग्रवाल, कैलाश भाटी, सोहनलाल बारूपाल, समेत बड़ी संख्या में रामभक्त एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
परिक्रमा आयोजन स्थल पर व्यवस्था बनाए रखने वालों में शशि प्रकाश इन्दौरिया, लेखराज सिंह राठौड़, पण्डित किशन, सत्यनारायण सिंघल, प्रेमकेवल रामानी, हिमाशु शर्मा, शैलेन्द्र सतरवला, राम गोपाल विजयवर्गीय समेत बड़ी संख्या में सहयोग कर रहे है।
अयोध्या नगरी में मिल रहा है चाय का प्रसाद
अयोध्या नगरी में चल रही राम नाम परिक्रमा में आने वाले श्रद्धालुओं को सर्दी के इस मौसम में चाय की सुविधा लायंस क्लब उमंग अजमेर की ओर से कराई जा रही है। राजेन्द्र गांधी, समित खेतावत, श्याम बिहारी शर्मा, अनिल गर्ग समेत कई राम भक्त और कार्यकर्ता चाय के इस नि:शुल्क प्रसाद के वितरण में सहयोग कर रहे है।
परिक्रमा स्थल पर स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधा
राम नाम परिक्रमा के लिए आ रही श्रद्धालुओं की अपार भीड़ को देखते हुए स्वास्थ महकमे ने भी आजाद पार्क में अस्थायी स्वास्थ केन्द्र की सुविधा प्रदान की है। सीएमएचओ ने विशेष रूप से एक एम्ंबूलेंस समेत दो पारियों में स्टाफ तैनात किया हुआ है। परिक्रमा शुरू होने के पहले ही दिन से बनाए गए स्वास्थ्य केन्द्र का जरूरतमंद लाभ उठा रहे हैं।
दूर-दराज के राज्यों से भी आ रहे भक्त
21 दिसम्बर से अनवरत चल रही परिक्रमा में दूर-दराज के राज्यों से भी राम भक्त पहुंच रहे हैं। खासकर मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश से आने वालों की तदाद अधिक है। बाहर से आए राम भक्तों के ठहरने की उचित व्यवस्था की गई है।
दिनांक 31 दिसम्बर 2015 के कार्यक्रम
समस्त मानस मण्डल के संतोष नाथ आचार्य एवं साथियों की ओर से दोपहर 3:00 बजे से संगीतमय सुन्दरकाण्ड का पाठ शाम 6 बजे तक, शाम 6.00 बजे से निम्बार्कपीठ सलेमाबाद के युवाचार्य श्यामशरण देवाचार्य एवं अखण्ड आनन्द कुटीया हरिद्वार व पुष्करराज के स्वामी हनुमान भाऊ उदासीन के पावन सान्निध्य में प्रवचन होंगे। शाम 7.00 बजे महाआरती के पश्चात सप्तक परिवार के अध्यक्ष नरेन्द्र जैन एवं उनके साथी भजनों की प्रस्तुति देंगे।
1 जनवरी को महामंत्र जाप सीमा प्रहरियों के नाम
संयोजक सुनील दत्त जैन ने बताया कि 1 जनवरी 2016 को अयोध्या नगरी, आजाद पार्क में दोपहर 2.00 बजे से 3.15 बजे तक सीमाओं पर तैनात प्रहरियों के मनोबल एवं साहस को बढ़ाने तथा सैनिकों को ईश्वरीय ताकत मिले इसके लिए ‘श्रीराम जय राम जय जय रामÓ महामंत्र का सामूहिक जाप किया जाएगा। सभी राष्ट्रभक्तों को इस अनुष्ठान में आहूति देने हेतू आमंत्रित किया जाता है। सभी समाज, धर्म, जाति समुदाय कि लोगों से अपील है कि अधिक संख्या में पधार कर देशभक्ति का परिचय दें।