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छत्तीसगढ के 20 हजार गांवों को सजाएंगे गुलदस्ते की तरह : डॉ. रमन सिंह - Sabguru News
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छत्तीसगढ के 20 हजार गांवों को सजाएंगे गुलदस्ते की तरह : डॉ. रमन सिंह

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छत्तीसगढ के 20 हजार गांवों को सजाएंगे गुलदस्ते की तरह : डॉ. रमन सिंह
10th episode of Chhattisgarh CM's radio talk Raman ke Goth
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10th episode of Chhattisgarh CM’s radio talk Raman ke Goth

रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रविवार को आकाशवाणी से प्रसारित ‘रमन के गोठ’ कार्यक्रम में नया रायपुर को छत्तीसगढ़ के लगभग 20 हजार गांवों की मिट्टी, वहां के पानी और वहां के फूल-पौधों से गुलदस्ते की तरह सजाने की मंशा प्रकट की।

उन्होंने कहा कि इसके लिए इन गांवों के डेढ़ लाख से ज्यादा पंचायत प्रतिनिधियों अर्थात् पंच-सरपंचों, जिला पंचायतों के सदस्यों और नगरीय निकायों के पार्षदों को ‘हमर छत्तीसगढ़ योजना’ के तहत नया रायपुर आमंत्रित किया जाएगा। उनका आशीर्वाद छत्तीसगढ़ राज्य और नया रायपुर को मिलेगा।

डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता भारत रत्न और हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ की जनता को अलग पहचान दिलाने के सपने के साथ वर्ष 2000 में राज्य का निर्माण किया था।

छत्तीसगढ़ के विकास की जो तस्वीर हम सबने बनायी है, उसे गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए ‘हमर छत्तीसगढ़ योजना शुरू की जा रही है। मुख्यमंत्री की मासिक रेडियो वार्ता की आज प्रसारित यह दसवीं कड़ी थी। प्रदेश के गांवों और शहरों में, इस बार भी लोगों ने उत्साह के साथ मुख्यमंत्री का रेडियो प्रसारण सुना।

मुख्यमंत्री ने श्रोताओं से कहा कहा कि राज्य निर्माण के बाद सोलह साल में छत्तीसगढ़ की पहचान बनाने में हम कितने सफल हुए हैं और आगे कितना विकास करना है, उस पर ‘हमर छत्तीसगढ़ योजना’ के तहत आने वाले पंचायत प्रतिनिधियों से परस्पर चर्चा होगी।

उन्हें छत्तीसगढ़ के कृषि विश्वविद्यालय, भिलाई इस्पात संयंत्र और विकास के अन्य केन्द्रों को भी दिखाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अपनी रेडियो वार्ता के प्रारंभ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर मनाये जा रहे विकास पर्व की बधाई दी।

डॉ. सिंह ने कहा कि विकास पर्व हम सबका है और देश तथा प्रदेशवासियों का पर्व है। यह हम सबके लिए अच्छे दिनों का शुभ संकेत है। श्री मोदी के नेतृत्व में देश ने विकास के नये-नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं। भारत माता का मस्तक दुनिया में ऊंचा हुआ है। इस वर्ष देश की विकास दर (जी.डी.पी.) 7.6 प्रतिशत बढ़ी है और भारत विश्व में पहले नम्बर पर आया है।

मुख्यमंत्री ने नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री जन-धन योजना, नई फसल बीमा योजना, मुद्रा योजना, डिजिटल भारत आदि विभिन्न नवीन योजनाओं का उल्लेख किया और कहा कि इन योजनाओं से छत्तीसगढ़ में भी समृद्धि और खुशहाली का नया दौर शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने धान का समर्थन मूल्य 60 रूपए प्रति क्विंटल बढ़ाकर किसानों को एक बड़ी सौगात दी है।

मुख्यमंत्री ने अपने रेडियो प्रसारण में प्रदेशवासियों से 21 जून को होने वाले विश्व योग दिवस में सक्रिय भागीदारी का आव्हान किया। उन्होंने श्रोताओं को योग के फायदे भी बताए। डॉ. सिंह ने कहा कि मैं आपसे कहना चाहता हॅूं कि आप कितने भी व्यस्त हो, लेकिन दिन में कम से कम बीस – तीस मिनट का समय योग अभ्यास के लिए जरूर निकाले।

इससे आप न केवल स्वस्थ, ऊर्जावान और तेजस्वी होंगे बल्कि आपकी प्रतिभा के चमत्कार से आपके परिवार, समाज, राज्य और देश को भी लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने श्रोताओं को कबीर जयंती, छत्रसाल जयंती, महाराणा प्रताप जयंती की शुभकामनाएं दी। उन्होंने वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस को याद करते हुए उन्हें नमन किया।

डॉ. सिंह ने मानसून के दौरान खरीफ फसलों की खेती के लिए किसानों को मदद पहुंचाने के वास्ते राज्य सरकार की तैयारियों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह हम सबके लिए खुशी की बात है कि इस बार अच्छे मानसून की भविष्यवाणी हुई है।

उन्होंने इसके लिए किसानों को अग्रिम शुभकामनाएं दी और बताया कि उनके लिए राज्य की प्रत्येक सोसायटी (सहकारी समिति) में पर्याप्त मात्रा में खाद, बीज और पौध संरक्षण दवाइयों की व्यवस्था की जा चुकी है। किसान अपनी जरूरत के अनुसार इनका उठाव कर लें।

उन्होंनेे बताया कि सूखा प्रभावित तहसीलों में इस बार खरीफ में प्रत्येक किसान को अधिकतम एक क्विंटल धान का बीज निःशुल्क दिया जा रहा है। डॉ. सिंह ने कहा कि मानसून के दौरान संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए राज्य सरकार ने प्रशासन को सतर्क करते हुए प्रत्येक जिले के लिए 84 करोड़ रूपए की धनराशि अग्रिम के तौर पर उपलब्ध करा दी है।

मुख्यमंत्री ने रेडियो प्रसारण में छत्तीसगढ़ में पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रहे स्कूली बच्चों और ग्रामीणों का विशेष रूप से उल्लेख किया और उनके प्रयासों को सभी लोगों के लिए अनुकरणीय बताया। उन्होंने कहा -मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ में पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में अदभुत जाग्रति आई है।

माण्ढर के हायर सेकेण्डरी स्कूल के बच्चों ने हरियर छत्तीसगढ़ अभियान के तहत 1100 पौधे लगाये थे और हर बच्चे ने एक पौधे को बचाने की जिम्मेदारी ली थी। गांव के लोगों को भी इसमें शामिल किया था। आज इन बच्चों का स्कूल एक हरा-भरा कैम्पस (ग्रीन कैम्पस) बन गया है।

डॉ. सिंह ने इसके लिए स्कूल की प्राचार्य सरिता नासरे की भूमिका की भी सराहना की। डॉ. रमन सिंह ने भारत माता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलासपुर के इको क्लब के बच्चों द्वारा जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों का भी आज उल्लेख किया।

उन्होंने रायगढ़ और जशपुर जिले के अपने दौरे का उल्लेख करते हुए कहा कि इन जिलों में एक सौ से ज्यादा स्कूलों में बच्चों ने भू-जल संरक्षण और संवर्धन के लिए सोख्ता गड्ढा बनाया है। डॉ. सिंह ने कहा कि हमें पर्यावरण की रक्षा के लिए इन बच्चों से प्रेरणा लेनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने 45 हजार से ज्यादा नए और छोटे तालाब बनाए हैं, तथा झिरिया बनाकर पानी बचाने का प्रयास किया है और पूरे गांव को पानी तथा हरियाली की सौगात दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से ‘एक व्यक्ति-एक पेड़’ लगाने का आव्हान किया है। मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ राज्य ने प्रति व्यक्ति तीन पेड़ लगाने का संकल्प लिया है और इसके लिए हरियर छत्तीसगढ़ तथा पानी बचाओं अभियान चलाया जा रहा है।

प्रदूषण मुक्त छत्तीसगढ़ की कल्पना को साकार करने के लिए हमने दो साल की कार्य योजना बनाई है। मुख्यमंत्री ने ‘रमन के गोठ’ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उज्ज्वला योजना का भी जिक्र किया।

डॉ. सिंह ने कहा कि इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य में दो वर्ष के भीतर 25 लाख गरीब परिवारों को महिलाओं के नाम पर मात्र दो सौ रूपए का शुल्क लेकर रसोई गैस कनेक्शन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार उन्हें डबल बर्नर चूल्हा और पहली बार रसोई गैस का सिलेण्डर निःशुल्क देगी।

मुख्यमंत्री ने कि इस योजना के लागू होने पर प्रति वर्ष एक करोड़ वृक्ष कटने से बचेंगे और हमारी माताओं और बहनों को रसोई घरों के धुएं से होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी। उन्हें धुएं के कारण होने वाली बीमारियां भी नहीं होंगी।

मुख्यमंत्री ने इसे एक संवेदनशील योजना बताते हुए इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति छत्तीसगढ़ की माताओं और बहनों की ओर से आभार व्यक्त किया।