जयपुर। प्रदेश में माउण्ट आबू समेत 11 जगहों के डाक बंगलों को राज्य सरकार ने पीपीपी माॅडल पर दिये जाने की व्यवस्था की है। विधानसभा में को कांग्रेस सांसद गोविंदसिंह डोटसरा के सवाल के जवाब में प्रश्नकाल में यह जानकारी सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री ने दी।
मंत्री ने बताया कि प्रदेश में कुल 208 डाक बंगले हैं और वित्तीय व्यवहार्यता वाले 11 डाक बंगलों को राज्य सरकार पीपीपी माॅडल पर चलाने का विचार रखती है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में वित्तीय व्यवहार्यता व परियोजना दस्तावेज बनाने के लिए कंसल्टेंसी की निविदाएं प्राप्त की जा चुकी हैं।
इन स्थानों के डाक बंगले होंगे पीपीपी माॅडल में
प्रदेश में जो ग्यारह डाक बंगले पीपीपी माॅडल पर दिये जाएंगे उनमें से अधिकांश ऐसे स्थानों पर हैं, जहां पर पर्यटकों की आवाजाही अच्छी रहती है। इसमें अजमेर शहर, भीलवाडा, जोधपुर, जयपुर, भरतपुर, माउण्ट आबू, जैसलमेर, नाथद्वारा, बीकानेर, अलवर और उदयपुर के डाक बंगले शामिल हैं।
आमदनी अठन्नी खर्चा रुपय्या
प्रदेश के डाक बंगले सरकार के लिये सफेद हाथी साबित होते जा रहे हैं। इनसे जितनी कमाई नहीं हो रही है उससे ज्यादा खर्चा हो रहा है। सिर्फ उक्त 11 डाक बंगलों की ही बात करें तो गत पांच सालों में इनसे कुल 15 लाख 664 हजार रुपये की आय हुई है और इन पर करीब 75लाख785 रुपये खर्च किये जा चुके हैं।