नई दिल्ली। अमरीका में रह रही भारतीय मूल की 11 साल की छात्रा गीतांजली राव ने अमरीका का यंग साइंटिस्ट चैलेंज जीत लिया। 11 साल की इस छात्रा ने पानी में सल्फर की मात्रा पहचान करने का एक बहुत ही सरल उपकरण बनाया है। गीतांजली राव को 16 लाख रुपये से ज्यादा पुरस्कार के रूप में दिए गए।
गीतांजली राव ने अमरीका का सबसे प्रतिष्ठित यंग साइंटिस्ट चैलेंज जीता है, जिसमें पूरे अमेरिका से पांचवीं से आठवीं कक्षा तक पढ़नेवाले छात्र-छात्राएं हिस्सा लेते हैं। गीतांजली 7वीं कक्षा की छात्रा है और उसे ये उपकरण बनाने की प्रेरणा अपने मां-बाप को पानी में सल्फर की मात्रा जांचने में आने वाली कठनाइयों को देखकर मिली।
इसके लिए गीतांजली ने एक साइंटिस्ट कैथलीन शाफेर के साथ तीन महीनों तक काम किया। गीतांजली की अलावा इस चैलेंज के फाइनल में पहुंचने वाले 10 प्रतियोगियों में से चार प्रतियोगी भारतीय मूल के छात्र-छात्राएं हैं।