हिसार। हिसार जिले में सरसौंद-पंघाल के बीच सोमवार सुबह चौकीदार रहित रेलवे क्रासिंग पर हुए दर्दनाक हादसे में एक ही कुनबे के बारह सदस्यों की मौत हो गई और तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह हादसा रेलवे क्रासिंग पर वाहन में तकनीकी खराबी आने से अचानक बंद होने के कारण हुआ। धुरी-सिरसा पैसेंजर ट्रेन तेज गति से आ रही थी और वाहन के बीच में फंस जाने से ट्रेन वाहन को घसीटती ले गई।
बालक गांव के 15 लोग सुबह एक वाहन से पंघाल गांव में पीर बाबा की मजार पर माथा टेकने जा रहे थे। वाहन रेलवे क्रासिंग पर पहुंचकर यात्री ट्रेन की चपेट में आ गई जिससे बारह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन बच्चे गंभीररूप से घायल हो गए। मृतकों में पांच महिलाएं, चार बच्चे और तीन पुरूष हैं। ये सभी एक ही कुनबे के दो परिवारों से थे। इनमें बजरंग (31), कविता (26) प्रीतिम (2) दीपक (4) पूजा (26), नंदनी (2), संजीव (32), सुनीता (27), विजय (29), अनिता (26) केशव (3), किरण (26) शामिल हैं।
घायलों को हिसार के सिविल अस्पताल तथा एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। जहां तीनों बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी शवों को हिसार के सिविल अस्पताल में लाया गया है। बताया जाता है कि सरसौद गांव के निकट टाटा वाहन फाटक पार करते समय बंद हो गया था। इसी बीच ट्रेन आ गई जिससे यह हादसा हुआ।
पैसेंजर ट्रेन चालक ने आपात ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकने की कोशिश की लेकिन तेज गति होने के कारण ट्रेन समय पर नहीं रूक पाई और टाटा को जोरदार टक्कर मारते हुए करीब 500 मीटर तक अपने साथ घसीटते हुए ले गई। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर हादसे के कारणों की जंाच पड़ताल शुरू कर दी है।
हिसार के पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र कुमार गुप्ता सिविल अस्पताल पहुंचे तथा घायलों की जानकारी ली। गांव के सरपंच महावीर भी सूचना पाकर सिविल अस्पताल पहंुचे। उन्होंने बताया कि इस दर्दनाक हादसे से पूरे गांव में मातम छा गया है। एक ही कुनबे के 12 लोगों की मौत से गमगीन गांव के किसी भी घर में सोमवार को दोपहर चूल्हा तक नहीं जला।