मालदा। सर्प दंश की शिकार एक छात्रा को अस्पताल न ले जाकर उसके माता-पिता झाड-फूंक वाले बाबा के पास ले गए। अंतिम समय में उसे मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए, लेकिन चिकित्सक विलंब से छात्रा को लाने की बात कहकर उसे बचा नहीं पाए।
यह घटन गाजोल थाना के पांडुआ ग्राम पंचायत के आदिना इलाके के जाहुरी गांव की घटना है। छात्रा मणिका मुंडा(12) के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मणिका पांडुआ हाईस्कूल में कक्षा पांचवी की छात्रा थी।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की शाम को घर का काम करते समय एक विषैले सांप ने उसके पांव में काट लिया। परिवारवालों ने मणिका को चिकित्सक के पास ले जाने के जगह ओझा-गुणी के पास ले गए। मरणासन्न स्थिति में उस छात्रा का घंटों झाड-फूंक किया गया। लेकिन बाबा मणिका को ठीक नहीं कर पाए। शनिवार सुबह को उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
मणिका के पिता रवि मुंडा ने बताया कि इलाके के कुछ लोगों ने मणिका को झांड-फूंक वाले के पास ले जाने को कहा। इसलिए हम अपनी बच्ची को उनके पास ले गए। हमें नहीं पता था कि हम अपनी लाडली को बचा नहीं पाएंगे। उस समय दिमाग काम नहीं कर रहा था।
मेडिकल कॉलेज के डिप्यूटी सुपर डॉ. ज्योतिष चंद्र दास ने बताया कि छात्रा को काफी देर से लाया गया। भर्ती के बाद हमसे जो हो पाया, अस्पताल प्रशासन ने किया। किंतु हम उसे नहीं बचा पाए। परिवारवालों की गलती के कारण बच्ची की जान चली गई।