मेरठ। पड़ोस में रह रहे 60 वर्षीय एक वृद्ध ने इंसानियत को ताक पर रखते हुए एक 12 वर्षीय बच्ची के साथ जबरन दुष्कर्म किया। यहीं नहीं आरोपी ने बच्ची को किसी को बताने पर उसे व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी। बच्ची के परिजनों को घटना की जानकारी उस वक्त हुई जब बीमार हुई बच्ची का उन्होंने अल्ट्रासाउंड कराया और वह छह माह की गर्भवती निकली।
वहीं आरोपी अपने पूरे परिवार के साथ फरार हो गया। शनिवार को बच्ची के परिजनों व पडौसियों ने पुलिस कार्यालय पर एसएसपी कार्यालय का घैराव किया और आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने व जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। कप्तान ने सम्बन्धित थानाध्यक्ष को आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए है।
मामला लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र के माजिद नगर मेव गढ़ी क्षेत्र का है। पुलिस कार्यालय पर पहुंची पीड़ित परिवार ने पुलिस कप्तान को बताया कि उनके पडौस में 60 वर्षीय अनीस पुत्र सईन अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ रहता था। आरोप है कि अनीस ने छह माह पूर्व उनकी 12 वर्षीय बच्ची के साथ घर मेें खींचकर दुष्कर्म किया था।
पीड़ित पक्ष ने बताया कि दस दिन पूर्व उनकी बच्ची के पेट में दर्द हुआ था, जिसके बाद वह उसे लेकर एक डाक्टर के पास गए। डाक्टर ने बच्ची का अल्ट्रासाउंड कराने के लिए भेजा। अल्ट्रासाउंड में बच्ची के पेट में छह माह का बच्चा आया तो परिजनों के पैरो तले जमीन खिसक गई।
पूछने पर बच्ची ने बताया कि उनके बड़े अब्बू (अनीस) ने छह माह पूर्व उसके साथ दुष्कर्म किया था और धमकी दी थी कि अगर किसी को भी इस घटना के बारे में बतया तो वह उसे और उसके पूरे परिवार को जान से मार देगा। जिसके बाद उसने किसी को भी इस घटना के बारे में नहीं बताया।
पीड़ित पक्ष ने कप्तान को बताया कि उन्होंने 21 मार्च 2016 को इस घटना की रिपोर्ट लिसाड़ीगेट थाने में दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। वहीं आरोपी अपने पूरे परिवार के साथ कहीं फरार हो गया है। पीड़ित पक्ष ने कप्तान से आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की। कप्तान ने लिसाड़ीगेट थानाध्यक्ष को तुरंत आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए है।
फांसी से बढ़कर भी सजा देने की मांग
पुलिस कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे पीड़ित पक्ष व पडौसियों ने इस घिनौने कृत्य करने वाले आरोपी को फांसी से बढ़कर सजा देने की मांग की। साथ ही उन्होंने लिसाड़ीगेट पुलिस पर मिली भगत का आरोप लगाते हुए पुलिस मुर्दाबाद के भी नारे लगाए।
पुलिस कर्मियों से हुई नोंक-झोंक
प्रदर्शन के दौरान पीड़ित पक्ष व पुलिस अधिकारियों के बीच जमकर नोंक-झोंक हुई। पीड़ित पक्ष का कहना था कि लिसाड़ीगेट पुलिस आरोपी को जानबूझकर गिरफ्तार नहीं कर रही है। हालांकि एसएसपी के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए।
रोते-रोते कई बार बेहोश हुई बच्ची की मां
दुष्कर्म की शिकार पीड़ित बच्ची की मां इंसाफ के लिए गुहार लगा रही थी। इस बीच वह चिल्लाते हुए कई बार बेहोस होकर नीचे गिर गई। अन्य परिजनों ने महिला को पानी पिलाकर उसे होश में लाया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों में भी हडकंप रहा।