सिरोही/माउण्ट आबू। एक सप्ताह से ज्यादा तक पर्यटकों से महरूम रहे माउण्ट आबू में शुक्रवार से फिर से पर्यटकों को उनके छोटे वाहनों से आने दिया गया। विशेष निगरानी में प्रशासन ने सवेरे करीब नौ बजे से शाम सात बजे तक पर्यटकों के छोटे वाहनों को माउण्ट आबू पहुंचवाया।
उपखण्ड अधिकारी ने बताया कि बहुत आवश्यक होने पर मध्यम आकार के वाहनों को भी ऊपर पहुंचाया गया, लेकिन इस मार्ग पर खतरनाक स्थानों को पार करने से पहले मध्यम आकार की बस से यात्रियों को उतार लिया गया और खाली वाहनों को एस्कॉस्र्टिंग के साथ यह स्थान पार करवाए गए। शाम सात बजे तक सवा सौ पर्यटक वाहनों को माउण्ट आबू पहुचाया गया है।
ओवरटेक की इजाजत नहीं
आबूरोड-माउण्ट आबू मार्ग पर गत 28 जुलाई को जबरदस्त बारिश के और शिलास्खलन के कारण सड़क करीब दस स्थानों पर धंस गई थीं, शिला स्खलन वाले तीन स्थानों पर यह नुकसान बहुत बहुत ज्यादा था। इस कारण इस मार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया था।
वैकल्पिक उपाय के बाद पिछले सप्ताह छोटे वाहनों को एस्कॉर्टिंग के जरिए, विशेष निगरानी में माउण्ट आबू पहुंचाया जा रहा था, लेकिन पर्यटकों के वाहनों के आने पर रोक लगा रखी थी। शुक्रवार को तलहटी से बीस-बीस वाहनों के काफिले को क्षतिग्रस्त सड़क के स्थान से विशेष निगरानी में निकाला गया। उपखण्ड अधिकारी अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि किसी भी वाहन चालक को इन स्थानों पर ओवरटेकिंग नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई है। मौसम खराब होने पर इस आवाजाही को फिर से रोक दिया जाएगा।
जान में जान आई
पर्यटकों के पहुंचने की सूचना से एक बार फिर आबू में रवानी लौट आई। फिलहाल पैसेंजरों की संख्या इतनी नहीं है कि बाजार भरे नजर आएं, लेकिन पैसेंजरों के वाहन शुरू होने से यहां के लोगों की जान में जान तो आई है।
निराधार बातें
विशेष निगरानी में शाम सात बजे तक माउण्ट आबू में करीब सवा सौ वाहन पहुंचाए गए हैं। उपखण्ड अधिकारी ने बताया कि माउण्ट आबू में वाहनों की आवाजाही को फिर से बंद नहीं किया जा रहा है। इस तरह की कोई अफवाह फैला रहा है तो वह पूरी तरह से निराधार है। इसमें कोई तथ्य भी नहीं है और लोग इस पर विश्वास भी नहीं कर रहे हैं।
राशि की स्वीकृति नहीं
आबूरोड-माउण्ट आबू मार्ग को स्थायी रूप से दुरुस्त किए जाने के लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से आपदा राहत के तहत जिला कलक्टर को भेजे गए 95 लाख रुपये के प्रस्ताव की राशि अभी तक जारी नहीं हुई है। उपखण्ड अधिकारी ने बताया कि इसके लिए प्रयासरत है संभवत: अगले सप्ताह तक यह राशि जारी हो जाए।
शीघ्र बजट जारी करवाने की मांग
माउण्ट आबू के वार्ड सदस्य सुनील आचार्य ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर माउण्ट आबू-आबूरोड मार्ग को स्थायी रूप से दुरुस्त करने के लिए शीघ्र ही विशेष बजट जारी करने की मांग की है। इसमें बताया कि 28 जुलाई को हुई तेज बारिश से यह मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ। तब इस मार्ग पर यातायात बंद किया। बाद में सीआरपीएफ व आर्मी की मदद से इसके एकतरफा यातायात के लिए शुरू किया गया।
लेकिन इसे स्थायी रूप से पीडब्लयूडी ने शुरू नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि 1990 और1993 में यह मार्ग वर्तमान स्थिति से ज्यादा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, लेकिन स्थानीय प्रशासन, पीडब्ल्यूडी और नागरिकों के सहयोग से यह तीन दिन में ही पूरी तरह से दुरुस्त कर लिया गया था। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि दस दिनों से मार्ग दुरुस्त नहीं होने माउण्ट आबू में पर्यटक नहीं आ पा रहे हैं, इस कारण माउण्ट आबू व सरकार की छवि पर्यटकों के बीच में धूमिल हो रही है। अत: शीघ्रातिशीघ्र इस मार्ग के लिए विशेष बजट जारी करके इसे दुरुस्त करवाएं।
इनका कनहा है…
सवेरे छोटे पर्यटक वाहनों को विशेष निगरानी में माउण्ट आबू लाया जा रहा है। मार्ग को स्थायी रूप से बंद करने की अफवाह कुछ लोग फैला रहे हैं, लेकिन कोई इस पर विश्वास नहीं कर रहा है। बजट अभी तक जारी नहीं हुआ है।
अविचल चतुर्वेदी
उपखण्ड अधिकारी, माउण्ट आबू।