भरुच। अंग्रेजो के शासन काल में नर्मदा नदी के उपर बनाए गए गोल्डेन ब्रिज ने सोमवार को 136 वें वर्ष में प्रवेश किया। 135 साल से खड़ा पुल अभी पच्चीस साल तक आवागमन के लिए खुला रहेगा।
आज के जमाने में बनाए गए कई पुल कुछ ही साल में खराब हो गए मगर गोल्डेन पुल आज भी मजबूती के साथ खड़ा होकर एक उदाहरण पेश कर रहा है। एक सौ पैतीस साल पहले नर्मदा नदी पर गोल्डेन पुल का निर्माण अंग्रेजों ने किया था। पुल को बनाने में 2.80 लाख रीवेट,850 गर्डर व 25 स्पाम बनाया गया था।
गोल्डेन ब्रिज की डिजाईन सर जोन होकशा ने बनाई थी। पुल को बनाने का काम टी.वाईट व जी.एम.बेली के नेतृत्व में किया गया था। मुख्य आवासीय अभियंता एफ.मैथ्यू व रेसीडेंट इंजीनियर एच.जे.हारजवे ने सात दिसंबर 1877 को पुल का निर्माण शुरु किया था व इसे सोलह मई 1881 को आम अवाम के लिए खोल दिया गया था।