जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार सोमवार को कर दिया। जातीय समीकरणों और अपने विरोधियों को कमजोर करने की कवायद के रूप में देखे जा रहे इस मंत्री मंडल विस्तार में चार कैबिनेट मंत्री और दस राज्य मंत्रियों को शामिल किया। इन्हें मिलाकर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों की सख्ंया 26 हो गई है।
राजे मंत्रिमंडल में जल संसाधन मंत्री सांवरलाल जाट भी शामिल हैं जिनके अजमेर से सांसद चुनने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था लेकिन संवैधानिक व्यवस्था के कारण जाट को मंत्री पद से नहीं हटाया गया।
तीन बजे राजभवन में राज्य पाल कल्याणसिंह की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने जैतारण विधायक सुरेन्द्र गोयल, राजसमन्द विधायक किरण महेश्वरी, जयपुर विधायक राजपालसिंह शेखावत और डॉ रामप्रताप को केबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलवाई। अमराराम चौधरी, क्रिश्नेंद्र कौर दीपा, वासुदेव देवनानी, डॉ राजकुमार रिणवा, सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी, अनीता भदेल और पुष्पेन्द्र सिंह रानावत को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार तथा बाबूलाल वर्मा, अर्जुनलाल वर्मा और ओटाराम देवासी को राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वासुदेव देवनानी ने संस्कृत में शपथ लेकर सबको चौंकाया।
चढ़ा हुआ था राजनितिक पारा
राजस्थान के राजनीतिक गलियारों का पारा रविवार शाम से अचानक चढ़ा हुआ था। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आनन फानन मंत्रिमंडल विस्तार करने का ऎलान कर सबको चौंका दिया। सत्ता संभालने के बाद से राज्य के मंत्रिमंडल के विस्तार की बाट जोही जा रही थी। लेकिन यह किसी न किसी बहाने टलता ही जा रहा था।