इंदौर। इंदौर शहर में शनिवार को अलसुबह एक बार फिर ग्रीन कॉरिडोर बना और ब्रेन डेड युवक के अंग दान कर अन्य लोगों को जीवनदान दिया गया। लगातार 14वीं बार शहर में ग्रीन कॉरिडोर बना। पूरे देश में इंदौर ने अंगदान में एक मिसाल कायम की है।
शनिवार सुबह अरबिंदो अस्तपाल से एयरपोर्ट तक सुबह ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। भोपाल के सिद्धांता सुपर स्पेशलिटी रेडक्रॉस हॉस्पिटल में लिवर ट्रांसप्लांट किया गया, जबकि हार्ट, किडनी और अन्य अंग इंदौर में ही दान किए गए।
देवास जिले के निवासी शुभम पिता प्रहलादसिंह अटारिया की पिछले दिनों ईलाज के दौरान ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। परिजनों ने जब डॉक्टरों से अंग दान करने की इच्छा जाहिर की तो अंग दान समिति के सचिव डॉ. संजय दीक्षित और मुस्कान ग्रुप से सम्पर्क किया गया।
शुभम के लिवर को भोपाल के एम्स अस्पताल में जरूरतमंद मरीज के लिए दान किया गया, जबकि हॉट और अन्य अंग अरबिंदो अस्पताल में ही ट्रांसप्लांट किए गए। अस्पताल से एयरपोर्ट के बीच सुबह करीब पांच बजे ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।
एयरपोर्ट पर एमपी फ्लाइंग के चार्टर प्लेन से लिवर भोपाल भेजा गया। किडनी भी अरबिंदो अस्पताल में ही ट्रांसप्लांट की गई। परिजनों की सहमति के बाद संभागायुक्त संजय दुबे और डॉ. दीक्षित ने चोइथराम अस्पताल में ट्रांसप्लांट की योजना बनी।
ब्लड ग्रुप को लेकर कुछ असमंजस की स्थिति बन रही थी लेकिन देर रात ट्रांसप्लांट की प्लानिंग कर ली गई और जरूरतमंद मरीजों को शुभम के अंग ट्रांसप्लांट करने का निर्णय लिया गया।