बेंगलूरु। 14वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ सरकार की मुहिम का साथ देने के लिए प्रवासी भारतीयों का शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने प्रवासी भारतीयों से कहा कि आपके सपने हमारे सपने हैं और हम पासपोर्ट का रंग नहीं देखते, बल्कि खून का रिश्ता देखते हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय देश की विकास यात्रा में साझेदार हैं। मोदी ने सम्मेलन के बारे में कहा कि यह ऐसा पर्व है जिसमें होस्ट और गेस्ट दोनों आप ही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान दो बड़ी घोषणायें की जिसमें पहली थी कि पीआईओ (पर्सन ऑफ इंडियन ऑरिजिन) कार्ड को ओसीआई (ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया) कार्ड में बदलने की डेडलाइन 31 दिसंबर 2016 से बढ़ाकर 30 जून, 2017 कर दी गई। इस अवधि में कोई पेनल्टी नहीं ली जाएगी।
वहीं, दूसरी बड़ी घोषणा करते हुए उन्होंने बताया कि विदेशों में रोजगार के मौके तलाशने वाले भारतीयों के लिए सरकार जल्द ही एक कौशल विकास प्रोगाम ‘प्रवासी कौशल विकास योजना’ लॉन्च करेंगे। इससे इस तरह की नौकरियां तलाशने वालों में एक नए तरह का आत्मविश्वास पैदा होगा।
उन्होंने कहा कि एफडीआई का मतलब सिर्फ फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट ही नहीं बल्कि फर्स्ट डिवेलप इंडिया भी है। उल्लेखनीय है कि दुनियाभर के देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीय इस समारोह में शिरकत कर रहे हैं। मुख्य अतिथि पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा हैं।
ब्रेन ड्रेन (योग्य लोगों का विदेश में काम करना) के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा कि कभी इस तरह की चर्चा हुआ करती थी तब वह कहा करते थे कि ‘यहां बुद्धु लोग ही बचे हैं क्या?’ आज विश्वास से कहना चाहता हूं कि हम लोग जो ‘ब्रेन ड्रेन’ की चर्चा करते थे वर्तमान सरकार ‘ब्रेन गेन’ की बात करती है।
भारतीयों के स्वभाव को जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सबके भीतर एक ही भाव है और वह है भारतीयता। प्रवासी भारतीय जहां रहे उस धरती को उन्होंने कर्मभूमि माना है और जहां से आए उसे मर्मभूमि माना है।
आज आप कर्मभूमि की सफलताओं की गठरी बांधकर मर्मभूमि में पधारे हैं जहां से आपको प्रेरणा मिलती रही। दुनिया के किसी भी देश में भारतीय क्यों न रहता हो उसे एक तरह का अपनापन महसूस होना चाहिए।
हमारा लक्ष्य है, सुरक्षित जाएं, प्रशिक्षित जाएं, विश्वास के साथ जाएं। हम पासपोर्ट का रंग नहीं बल्कि खून से लिखे रिश्तों को देखते हैं।
प्रधानमंत्री ने कालेधन पर विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि कालाधन हमारे शासन, प्रशासन को धीरे-धीरे खोखला करता रहा है। काला धन के कुछ पुजारी हमारे प्रयासों को जनता विरोधी जताते हैं। भ्रष्टाचार और काले धन को समाप्त करने में प्रवासी भारतीयों से मिले समर्थन का वह ‘अभिनंदन’ करते हैं।
प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की सक्रिय भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि विदेश मंत्री प्रवासी भारतीयों की समस्याओं को सोशल मीडिया के माध्यम से सुलझाती रही हैं। उन्होंने यमन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाए जाने के लिए भारतीय सेना के ऑपरेशन की भी तारीफ की।
युवा प्रवासी भारतीय दिवस के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए विदेश राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने कहा कि साल 2020 तक भारत के लोगों की औसत आयु 29 साल होगी, जिससे वह दुनिया का सबसे युवा देश हो जाएगा, क्योंकि भारत की 64 फीसदी आबादी काम करने वाले लोगों की होगी।