गॉल। श्रीलंका के खिलाफ यहां गॉल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच का पहला दिन बुधवार पूरी तरह से भारतीय बल्लेबाजों के नाम रहा।
मेहमान टीम ने शिखर धवन (190) और चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 144) की शतकीय पारियों के दम पर दिन का अंत तीन विकेट पर 399 रनों के साथ किया। स्टम्प्स तक पुजारा के साथ उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे 39 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।
श्रीलंकाई गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के सामने नतमस्तक दिखे। भारत ने पहले सत्र में एक विकेट खोकर 115 रन जोड़े। दूसरे सत्र में भी उसने एक विकेट खोया और 167 रनों का इजाफा अपने खाते में किया। इस सत्र के अंत होने से पहले धवन पवेलियन लौट चुके थे। वह अपने दोहरे शतक से 10 रनों से चूक गए। उन्होंने टेस्ट मैच में वनडे की तरह पारी खेली और धमाकेदार अंदाज में 168 गेंदें खेलते हुए 31 चौके जड़े।
तीसरे सत्र की शुरुआत में भारत को बड़ा झटका लगा। कप्तान विराट कोहली तीन रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए। भारत ने इस सत्र में अपने खाते में 116 रन जोड़े।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मेहमान टीम की ओर से मैदान पर उतरी अभिनव मुकुंद और शिखर धवन की नई सलामी जोड़ी अपनी लय हासिल करने में लगी थी। तभी नुवान प्रदीप की एक गेंद मुकुंद के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर निरोशन डिकवेला के हाथ में चली गई। वह 27 के कुल स्कोर पर आउट हुए।
यहां से पुजारा और धवन ने पारी को आगे बढ़ाया और दोनों ने पहले सत्र के अंत कोई और विकेट नहीं गिरने दिया और तेजी से रन बनाए।
पहले सत्र में श्रीलंकाई गेंदबाजों पर बनाए गए दबाव को इस जोड़ी ने दूसरे सत्र में कायम रखा और आसानी से रन बनाते रहे। श्रीलंका की गेंदबाजी में धार नहीं दिखी और यह धवन तथा पुजारा को परेशान भी नहीं कर पाई।
दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 253 रनों की साझेदारी की। वापसी कर रहे धवन दोहरे शतक की ओर बढ़ रहे थे। इसी दौरान धवन ने प्रदीप की गेंद पर आगे निकल कर मिड ऑन के ऊपर से मारने का प्रयास किया, लेकिन गेंद सीधे एंजेलो मैथ्यूज के हाथों में दे बैठे। मैथ्यूज ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की और धवन पवेलियन लौट लिए। धवन का विकेट 280 के कुल स्कोर पर गिरा।
धवन ने भोजनकाल और आउट होने के बीच यानी दूसरा सत्र में 90 गेंदों में 126 रन जोड़ते हुए भारत के पूर्व बल्लेबाज पॉली उमरीगर का भोजनकाल के बाद के सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकार्ड भी तोड़ा। मैच के एक सत्र में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकार्ड वीरेंद्र सहवाग के नाम है जिन्होंने 2009 में ब्रेबोर्न स्टेडियम में चायकाल के बाद 133 रन बनाए थे।
कप्तान कोहली ने विकेट पर कदम रखा और इसके कुछ देर बाद ही चायकाल की घोषणा हो गई। तीसरे सत्र के दूसरे ओवर में प्रदीप ने कोहली को पवेलियन भेज दिया। भारतीय कप्तान ने पुल करने की कोशिश की और गेंद बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर के दस्तानों में चली गई। मैदान अंपायर ने कोहली को नॉट आउट दिया, लेकिन हेराथ ने इस पर रिव्यू लिया जो उनके पक्ष में रहा। भारतीय कप्तान पवेलियन लौट गए।
तीसरे सत्र में फिर पुजारा को रहाणे का साथ मिला। रहाणे को भी श्रीलंकाई गेंदबाजों को खेलने में कोई परेशानी नहीं हुई और बहुत जल्द ही उन्होंने विकेट पर अपने पैर जमा लिए। इसी बीच पुजारा ने 67वें ओवर की पांचवीं गेंद पर दो रन लेकर अपना 12 टेस्ट शतक पूरा किया।
दोनों ने चौथे विकेट के लिए 113 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को विशाल स्कोर प्रदान किया। पुजारा अभी तक 247 गेंदों का सामना कर चुके हैं। उन्होंने पहले दिन 12 चौके जड़े। रहाणे ने अभी 94 गेंदों का सामना किया है और सिर्फ एक चौका मारा है। श्रीलंका की तरफ से तीनों विकेट प्रदीप ने लिए।
टीमे:
भारत . विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), अभिनव मुकुंद, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, रिद्धिमान साहा, उमेश यादव, हार्दिक पांड्या और मोहम्मद शमी।
श्रीलंका : रंगना हेराथ (कप्तान), उपुल थरंगा, दिमुथ करुणारत्ने, कुशल मेंडिस, एंजेलो मैथ्यूज, दानुशिका गुणथिलका, असेला गुणारत्ने, निरोशन डिकवेला, दिलरुवान परेरा, लाहिरु कुमारा और नुवान प्रदीप।