पाली। पश्चिमी राजस्थान का सबसे बडा जवाई बांध का गेट नम्बर 4 गुरुवार दोपहर दो बजे खोल दिया गया है। शाम को पानी की आवक बढने एक और गेट खोल दिया गया। इससे शिवगंज-सुमेरपुर के बीच स्थित जवाई नदी मे जलधारा बह आई। यह पानी जालोर की ओर से होता हुआ गुजरात जाता है, इसलिए जवाई बांध के अधिशासी अभियंता ने बुधवार शाम को ही जालोर कलक्टर को जवाई नदी के क्षेत्र में आने वाले गांवों में चेतावनी जारी करने का पत्र जारी कर दिया था।
जवाई बांध की कुल भराव क्षमता 61.25 फीट है। बारिश के कारण गुरुवार दोपहर तक इसमें करीब 59.25 फी बारिश आ चुका था। इस बांध का पानी जालोर जिले के आहोर से होता हुआ लुणी नदी में मिलकर गुजरात जाता है, ऐसे में जवाई बांध के अधिशासी अभियंता ने बुधवार रात को जब बांध में 58 फीट का आंकडा पा किया तो जालोर कलक्टर को पत्र लिखकर इस बांध की डाउनस्ट्रीम में जवाई नदी के मार्ग पर पडने वाले जालोर जिले के गांवों में चेतावनी जारी करने का अनुरोध कर दिया।
उन्होंने इसकी डाउनस्ट्रीम के जालोर जिले के आहोर तहसील के गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का अनुरोध भी इस पत्र में कर दिया। गुरुवार दोपहर को गेट खोला जाना था। आहोर विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित और जवाई बांध के अधिशासी अभियंता ने दोपहर दो बजे इस बांध के गेट नम्बर 4 को तीन इंच खोला। इसके खुलने पर पानी की धारा को देखने के लिए इसकी डाउनस्ट्रीम में नदी के दोनों और लोगों का जमावडा लगा रहा।
पानी की आवक निरंतर बढने के कारण शाम को एक और गेट खोल दिया गया। उदयपुर जिले के सेई बांध की डाउनस्ट्रीम में मौजूद 7327 एमसीएफटी पानी आता है। इसमें अब तक 7000 एमसीएफटी पानी आ चुका है और उदयपुर और गुजरात के उदयपुर से सटे इलाकों में बारिश से इसमें पानी की आवक लगातार जारी है, जिससे जवाई के गेट लम्बे समय तक खुले रहते की संभावना है।
-पाली के बांध से आती है जालोर में खुशी
जवाई बांध को वैसे जोधपुर महाराजा ने जोधपुर की पेयजल आपूर्ति के लिए बनवाया था, लेकिन जोधपुर में इंदिरा गांधी नहर का पानी पहुंचने के बाद इस बांध का पानी पाली जिले के सुमेरपुर तथा सिरोही जिले के शिवगंज तहसील के कुछ गांवों के किसानों की जमीनें सींचने के काम आता है। पाली के कुछ तहसीलों में इससे पेयजल वितरण भी होता है। यह बांध जवाई नदी पर बना है।
यह जालोर जिले की आहोर तहसील से होकर गुजरती है। बांध के बनने से जालोर में इस नदी में पानी नहीं जाता जिससे वहां के कुएं अधिकांशतः सूखे रह जाते हैं। जवाई बांध के गेट खुलने से सबसे ज्यादा खुशी जालोर जिले की आहोर तहसील के किसानों को होती है। इसमें पानी आने से उनके कुएं रिचार्ज हो जाते हैं और वर्ष भर खेती में आराम हो जाता है।