सबगुरु न्यूज-सिरोही। पालड़ी एम थाना क्षेत्र में मंगलवार को बीस लाख रुपये की लूट की रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले फरियादी ही लूट के आरोपी के सहयोगी निकले, लेकिन पुलिस के सामने यह यक्ष प्रश्न अभी भी बरकरार है कि पैसा किसका था और लूटी गई राशि कितनी थी। क्योंकि इस मामले के सामने आने के बाद भी इस तरह की किसी राशि पर दावा करने वाला कोई व्यक्ति समाने नहीं आया है।
पालड़ी एम थाने में मंंगलवार को मांडाणी हाल शिवगंज निवासी दिनेश प्रजापत पुत्र समाराम प्रजापत ने रिपोर्ट दी थी कि वह अकूना निवासी अपने साथी वागाराम प्रजापत के साथ मोटरसाइकिल पर पालड़ी एम से जावाल की ओर जा रहा था। मोरली के पास मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए दो बदमाशों ने उनकी मोटरसाइकिल के आगे अपनी मोटरसाइकिल आड़ी खड़ी कर दी। उन अज्ञात युवकों ने इनसे पैसा लूटा।
इस दौरान इन दोनों का उनसे संघर्ष भी हुआ और इन्होंने लुटेरों को पत्थर भी मारा, जिससे एक लुटेरा घायल भी हुआ। इतनी बड़ी लूट के बाद पुलिस भी तुरंत सक्रिय हुई। पुलिस अधीक्षक संदीपसिंह चौहान व एएसपी प्रेरणा शेखावत के निर्देशन व डीएसपी तेजसिंह की निगरानी में पालड़ी एम व शिवगंज के थानाधिकारियों व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम बनाई। मामले में परिवादियों ने पूछताछ की तो दोनों के बयान विरोधाभासी नजर आए।
इसके अलावा दोनों ही पुलिस को भ्रमित करते हुए नजर आए। जैसा कि सबगुरु न्यूज ने बताया था कि दोनों परिवादी पुलिस को भ्रमित करते रहे, इससे पुलिस को परेशानी भी हुई। इस पर पुलिस ने तकनीकी सहायक भवानीसिंह के सहयोग से दोनों परिवादियों से पूछताछ जारी रखी।
अंततोगत्वा दोनों ने माना कि यह लूट इन्हीं ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर करवाई है। लूट को वास्तविक करार देने के लिए इन लोगों ने संघष भी किया। पुलिस ने दोनों परिवादियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके दोनों साथियों की तलाशी की जा रही है।
-फरार साथियों के पकड़ाने पर आएगी वास्तविक कहानी
पुलिस अभी भी इस मामले में अंधेरे में ही कि वाकई बीस लाख रुपये ही लुटे या ये राशि इससे कम-ज्यादा है। एएसपी प्रेरणा शेखावत ने बताया कि लूट तो हुई है और पैसा भी गया है। कितना गया है और यह पैसा वास्तव में है किसका, इन सवालों का जवाब तभी मिल पाएगा जब फरार दोनों आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ जाएंगे।