जयपुर। बहुचर्चित भंवरी देवी मामले में लंबे वक्त से फरार अपहरण तथा हत्या की संदिग्ध अंतत: मध्य प्रदेश में एक संयुक्त अभियान में पुलिस के हत्थे चढ़ गई।
राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह तथा मध्य प्रदेश पुलिस के संयुक्त अभियान में शुक्रवार रात मध्य प्रदेश के देवास से लूनी के पूर्व विधायक मलखान सिंह बिश्नोई की बहन इंदिरा बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्हें शनिवार को जोधपुर लाया गया और एक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
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एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें बीती रात देवास के निकटवर्ती इलाके से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि हिरासत में सौंपे जाने के बाद उन्हें केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिया गया, जो मामले की जांच कर रही है।
बिश्नोई लगभग छह साल से फरार चल रही थी और उसके सिर पर पांच लाख रुपए का इनाम था।
मामला साल 2011 का है, जब अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार में मंत्री महिपाल मदेरना तथा तत्कालीन विधायक मलखान सिंह बिश्नोई का नाम नर्स भंवरी देवी का अपहरण तथा उसकी हत्या करने के मामले में आया था।
भंवरी कथित तौर पर एक सेक्स सीडी के माध्यम से दोनों को ब्लैकमेल कर रही थी, जिसमें वह दोनों के साथ आपत्तिजनक अवस्था में दिखाई दे रही थी।
सीबीआई मामले में मदेरना तथा मलखान सहित अब तक 17 आरोपियों के खिलाफ दो आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है।