उधमपुर। वर्ष 2015 को समाप्त होने में एक सप्ताह ही बचा है। यह वर्ष जम्मू कश्मीर राज्य में काफी उथल-पुथल भरा रहा।
23 दिसम्बर 2014 को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए थे। किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। इस बात को देखते हुए विभिन्न पार्टियों में जोड-तोड की राजनीति चलती रही तथा कई गठजोड उभरकर सामने आए।
काफी समय से उतार-चढाव उपरांत आखिर दो विभिन्न विचार धाराओं की पार्टियां भाजपा व पीडीपी संयुक्त मोर्चे की सरकार बनाने में सफल रही।
राज्य में पहली बार भाजपा सत्तारूढ पार्टी बनी। दोनों दलों के बीच सरकार तो बनी पंरतु एक समान विचारधारा न होने के कारण खींचतान चलती रही।
कई बार तो ऐसा भी महसूस किया गया कि यह गठबधंन कभी भी टूट सकता है परंतु जैस-तैसे सरकार चलती रही तथा धीरे-धीरे तालमेल बैठना प्रारम्भ हो गया, जिससे लगने लगा है कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करने में सफल रहेगी।
हालांकि बीच में यह बात भी सामने आई कि मुफती मोहम्मद सईद प्रदेश की बागडोर अपनी बेटी महबूबा मुफती को देना चाहते हैं परंतु यह बात आतंरिक विरोध के कारण दब गई।
बीते वर्षों की तरह इस वर्ष भी राज्य में आतंकवाद का बोलवाला रहा। आतंकवाद घटनाओं में भारी वष्द्धि हुई है। घाटी में पिछले कुछ महीनों से सरेआम आईएस के झंडे फहराए जा रहे हैं।
विशेषकर हर शुक्रवार को ईदगाहों में नमाज उपरांत कई स्थानों पर आईएस के झंडे फहराए जाते रहे पंरतु सरकार इन्हें रोक पाने में असफल रही।
वहीं नियंत्रण रेखा व अंतर्राष्ट्रीय सीमा जो पाक के साथ लगती है, पूरा वर्ष तनाव चलता रहा। लोगों को बार-बार पलायन करना पडा।
कई नागरिक पाक गोलाबारी के शिकार हुए। वहीं सेना व सुरक्षाबल के जवान भी शहीद हुए। पाकिस्तान से कई बार फलैग मीटिंग भी की गई पंरतु कोई विशेष प्रभाव नहीं पडा। दिसम्बर माह में घटनाओं में कमी जरूर आई। एम्स को लेकर जम्मू प्रांत में आंदोलन हुए। अंत में जम्मू में भी एम्स खोलने की घोषणा की गई। अब जगह ढूंढी जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्य का दौरा किया गया तथा रामबन में बग्लिहार प्रोजैक्ट फेस दो का उद्घाटन करते हुए राज्य को 80 हजार करोड रूपए का पैकेज देने की घोषणा की जिसका लोगों ने स्वागत किया। इसमें पाक अधिकृत कश्मीर शरणार्थियों को भी राहत राशि देने का निर्णय लिया गया।
वहीं उन्होंने उधमपुर रामबन तथा रामबन बनिहाल राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की आधार शिला रखी, जिससे लोगों में खुशी की लहर दौड गई कि उनका सफर की दुश्वारियां कम हो जाएंगी।
राज्य में यह वर्ष राजनीतिक परिवर्तन वाला वर्ष रहा। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जुगल किशोर शर्मा का कार्यकाल पूरा होने पर सत शर्मा को प्रदेश की बागडोर सौंपी गई।
वहीं कांग्रेस में भी प्रदेश अध्यक्ष बदला गया। सैफुदीन सोज के स्थान पर गुलाम अहमद मीर प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए। वहीं पीडीपी व नैशनल कांफ्रैंस ने प्रांतीय व जिला स्तर पर भारी फेर बदल किया।
इस वर्ष जम्मू में रेलवे विभाग ने रेल मंडल बना दिया है तथा अगले वर्ष से कार्य करना प्रारम्भ करेगा। इससे लोगांे की रेल सम्बधित मुश्किलें कम होंगी।
वहीं कटडा जो श्रीमाता वैष्णो देवी का आधार शिविर है के लिए कई गाडियां प्रारम्भ की हैं जिससे माता के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को आने-जाने में आसानी होगी।
वहीं जम्मू-कटडा के बीच चलने वाली डीएमयू बंद कर दी गई, जिससे चकरक्वाला रेलवे स्टेशन पर किसी भी रेलगाडी का ठहराव नहीं हो रहा है।