शिलांग। दक्षिण एशियाई खेल (सैग) का आयोजन असम की राजधानी गुवाहाटी और मेघालय की राजधानी शिलांग की संयुक्त मेजबानी में किया जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय आयोजन को देखते हुए पूरे शिलांग में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
शिलांग का जवाहर लाल नेहरू स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स पहली बार किसी अंतर्राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहा है। इसको सुचारू रूप से संपन्न कराना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है।
सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने में मेघालय पुलिस के साथ ही केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल लगातार सुरक्षा पहलुओं को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
खेलों के आयोजन व इसमें भाग लेने वाले विदेशी खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर दोनों आयोजन स्थलों की सुरक्षा-व्यवस्था बेहद पुख्ता की गई है। बाहरी वाहनों को स्टेडियम में प्रवेश पर रोक, गश्त बढ़ाई गई है और क्षेत्र में अपराधी, तस्कर व जासूसों पर नजर रखी जा रही है।
इसके साथ ही स्टेडियमों की तरफ जाने वाली सड़कों पर फ्लड लाइटें लगाने, स्टेडिय के आसपास के इलाकों की इमारतों और छतों पर मोर्चाबंदी करने, नाकेबंदी करने और त्वरित रक्षा बल को सतर्क रखने के लिए भी कहा गया है।
वहीं ड्रोन के साथ ही सीसी टीवी कैमरे से पूरे परिसर की निगरानी की जा रही है। स्पर्धाओं से जुड़े सभी खेल परिसरों में अस्थाई पुलिस चौकी खोला गया है।
5 फरवरी से आरंभ होकर 11 दिनों तक चलने वाले खेलों की सुरक्षा में सात सीओ, 12 थानेदार समेत 800 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल और बीएसएफ तथा आईटीबीपी की कंपनियां स्टेडियम परिसर में मौजूद रहेंगी।
स्टेडियम के अंदर और बाहर तीन स्तरीय सुरक्षा होगी। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया है कि खेलों के दिन स्टेडियम की ओर सिर्फ अधिकृत वाहन ही जा सकेंगे।