अजमेर। 21वीं सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा लेह लद्धाख में आगामी 23 से 26 जून तक आयोजित की जाएगी। उक्त निर्णय सिन्धु दर्शन यात्रा समिति की केन्द्रीय समिति की भोपाल में आयोजित बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरलीधर माखीजा ने की।
प्रदेश प्रभारी महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि बैठक में वर्ष 2016 में सम्पन्न यात्रा की समीक्षा की गई एवं वर्ष 2017 की यात्रा की तिथि पर चर्चा कर निर्णय लिया गया।
इस वर्ष यात्रा चार मार्गों से चलेगी, जिसमें दिल्ली से हवाई मार्ग, जम्मू से लेह जम्मू, चण्डीगढ मनाली से लेह जम्मू व जम्मू लेह मनाली चण्डीगढ सडक मार्ग से यात्रा चलेगी।
सभा के प्रदेश कोषाध्यक्ष सुरेश कटारिया ने बताया कि बैठक में यात्रा के पंजीयन फार्म 21 फरवरी से 15 मई तक ऑनलाइन भरे जाएंगे, जिसमें मार्गवार संख्या व प्रबन्धन की जिम्मेदारी पर भी चर्चा कर निर्णय लिया गया।
यात्रा समिति के मार्गदर्शक माननीय इन्द्रेश कुमार ने कहा कि यात्रा विगत 20 वर्षाें से सफलतापूर्वक चल रही है। लद्धाख सडक मार्ग से पहुंचना कठिन था परन्तु आज बहुत ही सरल हो गया है, जून माह में यह पूर्ण रूप से सुरक्षित रहता है।
बैठक में 18 राज्यों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। समिति का ध्येय वाक्य- हमारा भारत, प्यारा भारत, सारा भारत, एक भारत है।
बैठक में महामण्डलेश्वर धरविन्द्रनाथ गिरी, भारतीय सिन्धु सभा के कार्यकारी अध्यक्ष लधाराम नागवाणी, सिन्धु भवन ट्रस्ट अध्यक्ष राधाकिशन भागिया, महामंत्री भूपेन्द्र कंसल, मध्यप्रदेश प्रदेशाध्यक्ष भगवानदास सबनाणी, गौतम सम्राट, हेमनदास मोटवाणी, मनोज गोगिया, वैभव अग्रवाल, विशाल दरियाणी, कमल खत्री, ओम प्रकाश तीर्थाणी, मदनलाल शर्मा, अशोक रामचंदाणी सहित पदाधिकारी उपस्थित थे।
नवीन योजना में बजट की घोषणा की मांग
भारतीय सिन्धु सभा के आग्रह पर राज्य सरकार द्वारा सिन्धु दर्शन यात्रा 2015 के लिए 200 तीर्थयात्रियों हेतु 20 लाख रूपए का बजट आवंटित किया गया था। उक्त बजट वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना में से प्रदान किया गया है, जिसके कारण वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना की शर्तें जो सिन्धु दर्शन योजना पर लागू करने से तीर्थयात्रियों को बजट का उपयोग नहीं हो रहा है।
सिन्धु दर्शन यात्रा अन्य तीर्थ यात्राओं से भिन्न तथा देश के सामरिक महत्व वाली तीर्थयात्रा है। सिन्धु दर्शन यात्रा काफी ऊंचाई वाली यात्रा है। इस कारण इस यात्रा पर 60 वर्ष की आयु आवश्यक होना जैसी शर्त बाधा उत्पन्न करती है। राज्य सरकार से मांग है कि बजट घोषणा में सिन्धु दर्शन यात्रा हेतु नवीन योजना में बजट की घोषणा की जाए।