जम्मू। कश्मीर घाटी में पिछले सात दिनों में सात स्कूलों को आग के हवाले किया गया है।
छुट्टियों के कारण वैसे भी इस समय स्कूल बंद पड़े हुए हैं मगर स्कूलों का हर दिन जलना प्रशासन के लिए परेशानी का कारण बन गया है तथा अब प्रशासन को स्कूलों की सुरक्षा के लिए ठोस तथा सख्त कदम उठाने चाहिए।
वहीं रविवार को भी दक्षिणी कश्मीर के दो और स्कूलों को आग के हवाले कर दिया गया जिसमें स्कूल को बहुत नुकसान पहुंचा तथा स्कूल में रखा सारा सामान नष्ट हो गया।
इन स्कूलों को वहीं नुकसान पहुंचा रहे हैं जो घाटी में शांति तथा अमन की बहाली नहीं होने देना चाहते हैं।
कश्मीर में जारी हिंसा के बीच अब तक यह 25 शिक्षण संस्थान आग की चपेट में आ चुके हैं। इन 25 संस्थानों में से अधिकांश सरकारी हैं और दक्षिण कश्मीर में ही स्थित हैं
वही साढ़े तीन महीनों में कश्मीर घाटी के हर जिले में कम से कम एक स्कूल जलाया गया।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्कूलों को जलाने की घटना पर जताई चिंताते हुए उन्होंने कहा है कि ये बच्चों के भविष्य को तबाह करने की साजिश है। पिछले 112 दिन से जारी हिंसा की वजह से घाटी में स्कूल बंद पड़े हुए हैं।
हिंसा में अब तक 92 लोग मारे जा चुके हैं। स्कूलों के लगातार बंद होने से बच्चे और अभिभावक भी खासे परेशान हैं।