जयपुर। बीते शनिवार को राजसमंद जिले के थुरावड गांव में एक महिला को निर्वस्त्र कर उसके बाल काटकर घुमाने के वाले जातीय पंचायत के लोगों में से अरेस्ट किए गए 30 लोगों में से 26 को जेल और 4 को रिमांड पर भेजा गया है। इस सभी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया था।…
राजसमंद पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड के अनुसार गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती की गई और फि लहाल गांव में शांति हैं। जिला कलक्टर के सी वर्मा ने बताया कि मामले में पीडिता की बात सुनने एवं उसे पूरी मदद करने के लिए महिला अधिकारी का भी सहारा लिया जा रहा हैं।
उल्लेखनीय है कि पीडित महिला पर पिछले दो नवम्बर को संदिग्ध परिस्थितियों में वरदी सिंह की मौत का आरोप लगाया गया था और गत आठ नवम्बर को गांव में उसकी शोक सभा के बाद इन लोगों ने इस आरोप में महिला को निर्वस्त्र कर दिया और उसके बाल काटकर घुमाया। इसके बाद गत रविवार को महिला ने मामला दर्ज कराया था।
ये मानवता को शर्मसार करने वाली घटना
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने राजसमन्द के थुरावड गांव में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना को मानवता को शर्मसार करने वाली बताते हुए इसकी कड़ी निन्दा की है। पायलट ने कहा कि जातीय पंचायत ने महिला पर युवक की मौत का आरोप लगाकर उसे निर्वस्त्र कर गधे पर बिठाकर जिस प्रकार घुमाया वह आदम युग में महिलाओं को दी जाने वाली प्रताड़ना की याद दिलाता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कानून व्यवस्था के प्रति असंवेदनशील होने के कारण इस तरह की घटना घटी है और इसी वजह से प्रदेश में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा न के बराबर है। उन्होंने कहा कि ऎसी घटनाओं से जहां सम्पूर्ण समाज शर्मसार होता है वहीं इससे कानून-व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लग जाता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की मुखिया महिला होने के बावजूद महिलाओं के शोष्ाण की घटनाओं में दिनोंदिन इजाफा होना निन्दनीय है। पायलट ने कहा कि राज्य सरकार को ऎसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही तथा इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति नहीं होना सुनिश्चित करना चाहिए।