कानपुर। केन्द्रीय खुफिया रिपोर्ट पर कानपुर पुलिस उन 29 पाकिस्तानी नागरिकों की तलाश में लग गई है जो 10 साल पहले मैच देखने आए थे और तबसे गायब हैं।
पुराने रिकार्ड को खंगालने के साथ एसएसपी ने विशेष पुलिस टीम का गठन कर दिया है। पीओके में भारतीय सेना द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद केन्द्रीय खुफिया विभाग उन सभी पाकिस्तानी नागरिकों की जानकारी जुटा रहा है जो बीते 20 वर्षों में भारत आए थे।
खुफिया विभाग ने कानपुर पुलिस से इन 29 पाकिस्तानी नागरिकों के बारे में जानकारी मांगी है जो विजिट वीजा पर ग्रीनपार्क स्टेडियम में 10 वर्ष पूर्व क्रिकेट मैच देखने आए थे लेकिन पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है कि वह कानपुर से गए या यहीं पर है।
बताते चलें कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक जब भारत आता है तो उसे पूरी जानकारी देनी पड़ती है कि कहां पर रूकना है और कितने दिनों तक। इसके बाद एलआईयू उन पर पल-पल की नजर रखती है।
यही नहीं उनको यह भी दर्शाना पड़ता है कि किन रास्तो से घर वापस जाएगें लेकिन कानपुर पुलिस के पास इन पाकिस्तानी नागरिकों की कोई जानकारी नहीं है। खुफिया रिपोर्ट पर हरकत में आई पुलिस ने पुराने दस्तावेज खंगालना शुरू कर दिया।
इसके लिए एसएसपी शलभ माथुर ने विशेष पुलिस टीम का गठन किया है। टीम ने पुराने दस्तावेजों के आधार पर जहां पर पाकिस्तानी नागरिक रूके थे वहां पर नजर पैनी कर दी है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस की राडार में चमनगंज, जाजमऊ व नई सड़क में रहने वाले एक दर्जन से अधिक वह लोग है जहां पर संभावना जताई जा रही है कि यह पाकिस्तानी यहां पर रूके थे।
एक हफ्ते में देना है जवाब
सूत्रों के मुताबिक खुफिया रिपोर्ट पर डीजीपी कार्यालय भी सख्त हो गया है। कानपुर पुलिस से कार्यालय ने एक सप्ताह के अंदर सभी पाकिस्तानी नागरिकों की जानकारी मांगी है। जिसके लिए एसएसपी ने विशेष पुलिस टीम को पल-पल की खबर देने को कहा है।