मोहाली। कप्तान रोहित शर्मा (नाबाद 208) के दोहरे शतक के सामने बुधवार को आई.एस. बिंद्रा स्टेडियम में खेले गए दूसरे वनडे मैच में श्रीलंका ने भारत द्वारा रखे गए 393 रनों के विशाल लक्ष्य के सामने अपने घुटने टेक दिए और 141 रनों से मैच गंवा बैठी। इस जीत के साथ ही भारत ने तीन वनडे मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है।
भारत ने रोहित के करियर के तीसरे दोहरे शतक, अपने वनडे करियर का दूसरा मैच खेल रहे श्रेयस अय्यर के 88 और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के 68 रनों के दम पर पूरे 50 ओवर खेलने के बाद चार विकेट खोकर 392 रन बनाए थे।
बल्लेबाजों के बाद भारतीय गेंदबाजों पर इस विशाल स्कोर को बचाने की आसान जिम्मेदारी थी जिसे उन्होंने बखूबी निभाया और श्रीलंका को 50 ओवरों में आठ विकेट पर 251 रनों पर ही सीमित कर दिया।
मेहमान टीम के लिए पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने नाबाद 111 रनों की शतकीय पारी खेली, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें समर्थन नहीं मिला।
चौथे ओवर में ही हार्दिक पांड्या ने उपुल थरंगा (7) का विकेट लेकर मेहमान टीम की अच्छी शुरुआत की कोशिश को असफल कर दिया। दूसरे सलामी बल्लेबाज दानुष्का गुणाथिलका (16) को 30 के कुल स्कोर पर जसप्रीत बुमराह की गेंद पर विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धौैनी ने लपका।
लाहिरु थिरिमाने ने कुछ देर मैथ्यूज का साथ दिया, लेकिन इस जोड़ी को अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने तोड़ दिया। सुंदर ने थिरिमाने को बोल्ड किया।
निरोशन डिकवेला ने 22 और असेला गुणारत्ने ने 34 रनों की पारियां खेल मैथ्यूज का साथ निभाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। इन दोनों को लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने अपना शिकार बनाया। डिकवेला 115 और गुणारत्ने 159 रनों के कुल स्कोर पर पवेलियन लौटे।
यहां से मैथ्यूज अकेले लड़ते रहे। उन्होंने अपनी नाबाद पारी में 132 गेंदों का सामना किया और नौ चौकों के साथ तीन छक्के लगाए। उनके साथ सुरंगा लकमल 11 रनों पर नाबाद लौटे।
भारत की तरफ से चहल ने तीन विकेट लिए। बुमराह को दो सफलताएं मिलीं। भुवनेश्वर कुमार, पांड्या और सुंदर को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, पिछले मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनने वाले श्रीलंका के कप्तान थिसारा परेरा ने इस बार भी यही किया, लेकिन पहले मैच की तरह भारतीय बल्लेबाज ढेर नहीं हुए।
रोहित का वनडे में यह श्रीलंका के खिलाफ दूसरा दोहरा शतक है। उन्होंने वनडे इतिहास का सर्वोच्च स्कोर 264 श्रीलंका के खिलाफ ही कोलकाता में 13 नवंबर 2014 को बनाया था। रोहित दोहरा शतक लगाने वाले पहले कप्तान भी हैं।
उन्होंने पहले मैच की गलती से सीख लेते हुए संभल कर धवन के साथ पारी की शुरुआत की और विकेट पर पैर जमाने के बाद अपने गियर बदले। उन्होंने धवन के साथ पहले विकेट के लिए 21.1 ओवर में 115 रन जोड़े। सचिथा पाथिराना की गेंद पर थिरिमाने ने शानदार कैच पकड़ कर धवन को पवेलियन भेजा।
इसके बाद रोहित को मुंबई के ही अय्यर का साथ मिला। इन दोनों ने धीमी शुरुआत की लेकिन एक बार विकेट को समझने के बाद श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। अय्यर ने 70 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौके और दो छक्के लगाए। अय्यर 45.3 ओवर में आउट हुए।
रोहित हालांकि विकेट पर जमे हुए थे। उन्होंने अपने पहले सौ रन 115 गेंदों पर बनाए, लेकिन अगले सौ रन पर सिर्फ 36 गेंदों में ही पूरे कर लिए। रोहित ने अपने दोहरे के लिए आखिरी ओवर का इंतजार किया। उन्होंने आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पर परेरा पर दो रन लेते हुए अपना तीसरा दोहरा पूरा किया। ओवर की आखिरी गेंद पर पांड्या (8) आउट हुए।
रोहित ने नाबाद पारी में 153 गेंदें खेलीं और 13 चौकों के साथ 12 छक्के लगाए। आखिरी 27 गेंदों में रोहित का स्ट्राइक रेट 341 का रहा, जिसमें उन्होंने 92 रन बनाए। रोहित ने अपने तीनों दोहरे शतक भारत में ही बनाए हैं। कोलकाता और मोहाली के अलावा रोहित ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरू में दो नवंबर 2013 को 209 रनों की पारी खेली थी।
भारत ने भी इसी के साथ एक और रिकार्ड अपने नाम किया है। वह वनडे में 300 रन या उससे ज्यादा रन बनाने के मामले में 100 के आंकड़े को छू चुकी है। उसके बाद आस्ट्रेलिया ने 96 बार 300 का आंकड़ा छुआ है।
श्रीलंका की तरफ से परेरा ने तीन विकेट लिए। पाथिराना ने एक विकेट लिया। श्रीलंकाई गेंदबाज नुवान प्रदीप ने 10 ओवरों में 106 रन खर्च किए। इसी के साथ उन्होंने एक अनचाहा रिकार्ड अपने नाम कर लिया। वह वनडे इतिहास में एक मैच में सबसे ज्यादा रन खर्च करने वाले गेंदबाजों की सूची में संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर आ गए हैं। उनसे ज्यादा रन मिक लुइस (113) और वहाब रियाज (110) ने दिए हैं।