नई दिल्ली। विराट कोहली और सुरेश रैना (62-62) और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (नाबाद 51) की शानदार हाफ सेंचुरी के बाद मोहम्मद शमी की सर्वश्रेष्ठ बोलिंग (36 रन पर 4 विकेट)से भारत ने वेस्ट इंडीज को दूसरे वनडे में शनिवार को 48 रन से रौंद दिया। इस मैच में जीत के साथ 5 मैचों की सिरीज में 1-1 से बराबरी हासिल कर ली।…
भारत ने फिरोजशाह कोटला मैदान के अपने अभेद्य दुर्ग में 7 विकेट पर 263 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने के बाद कैरेबियाई टीम को दो विकेट पर 170 रन की मजबूत स्थिति से 46.3 ओवर में 215 रन पर लुढ़का दिया। वेस्ट इंडीज ने अपने आखिरी आठ विकेट मात्र 45 रन जोड़कर गंवा दिए।
कैरेबियाई टीम ओपनर ड्वेन स्मिथ की 97 रन की बेहतरीन पारी के दम पर 36वें ओवर में दो विकेट पर 170 रन के स्कोर के साथ जीत की तरह बढ़ती दिखाई दे रही थी लेकिन शमी ने इसी ओवर में एक छक्का खाने के बाद अगली गेंद पर स्मिथ को बोल्ड कर दिया। स्मिथ शतक से चूके और फिर उनकी टीम जीत से दूर रह गई।
भारतीय टीम ने गजब की वापसी करते हुए इस मैदान पर पिछले आठ साल से अपराजित रहने का अपना सिलसिला बरकरार रखा। शमी ने 9.3 ओवर में 36 रन पर चार विकेट लेकर अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। शमी ने आखिरी विकेट लेकर कैरेबियाई पारी 46.3 ओवर में 215 रन पर समेट दी।
लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने 40 रन पर दो विकेट, लेफ्ट आर्म स्पिनर रवीन्द्र जडेजा ने 44 रन पर तीन विकेट और उमेश यादव ने 42 रन पर एक विकेट लेकर शमी का बखूबी साथ दिया। शमी ने स्मिथ (97) के अलावा डेरेन ब्रावो (26), कप्तान ड्वेनब्रावो (10) और रवि रामपाल (16) के विकेट भी झटके।
स्मिथ ने 97 गेंदो पर 11 चौकों और दो छक्कों की मदद से 97 रन बनाए लेकिन उनके आउट होते ही कैरेबियाई पारी का पतन हो गया। मिश्रा ने कीरोन पोलार्ड (40) और दिनेश रामदीन (3) के महत्वपूर्ण विकेट झटके जबकि जडेजा ने आन्द्रे रसेल (4) डेरेन सैमी (एक) और जेरोम टेलर (शून्य) को आउट किया। उमेश यादव ने पिछले मैच के शतक धारी मार्लोन सैमुअल्स (16) को निपटाया।
इससे पहले कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का सही फैसला किया। लंबे समय बाद फार्म में वापसी करने वाले विराट (62) और शानदार फार्म में चल रहे रैना (62) के बेहतरीन अर्द्धशतकों तथा उनके बीच चौथे विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी क ी बदौलत भारत ने सात विकेट पर 263 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बना लिया।
भारत ने अपने तीन विकेट 18वें ओवर में 74 रन पर गंवा दिए थे लेकिन इसके बाद विराट और रैना ने 19.1 ओवर में 105 रन की बेहतरीन साझेदारी कर डाली। धोनी ने अंतिम पांच ओवरों में कुछ तेज तर्रार शाट लगाते हुए नाबाद 51 रन ठोंके जिसकी बदौलत भारत 263 के स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रहा।
लंबे समय से फार्म के लिए जूझ रहे विराट ने आखिर अपने घरेलू कोटला मैदान में फार्म में वापसी की और 78 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 62 रन बनाए। विराट ने अपने 50 रन 67 गेंदों में पूरे किए थे। विराट का यह 31वां अर्धशतक था। दूसरी तरफ बेहतरीन फार्म में चल रहे रैना ने आतिशी अंदाज में 60 गेंदों में पांच चौके और दो छक्के उड़ाते हुए 62 रन ठोंकें जो उनके करियर में 198 मैचों में 30वां अर्द्धशतक था। विराट तेज गेंदबाज रवि रामपाल की गेंद पर सीमा रेखा पर लपके गए जबकि रैना को जेरोम टेलर ने कीरोन पोलार्ड के हाथों कैच कराया।
रैना ने भारतीय पारी का पहला छक्का 32वें ओवर में लेफ्ट आर्मस्पिनर सुलेमान बेन पर लगाया। उन्होंने अपना दूसरा छक्का रवि रामपाल की गे ंद पर एक्सट्रा कवर के ऊपर से मारा। रैना ने अपने 50 रन 50 गेंदों में पूरे किए। धोनी ने 40 गेंदों पर नाबाद 51 रन की विस्फोटक पारी में पा ंच चौके और एक छक्का लगाया। धोनी का करियर का यह 56वां अर्द्धशतक था।
कोच्चि में पहले वनडे में अर्द्धशतक बनाने वाले ओपनर शिखर धवन इस बार मात्र एक रन बनाकर टेलर की गेंद पर बोल्ड हो गए। अजिंक्य रहाणे ने 12 रन बनाए और वह डेरेन सैमी की गेंद पर ड्वेन ब्रावो को कैच थमा बैठे। अंबाती रायुडू 54 गेंदों तक विकेट पर टिके और उन्होंने 32 रन में तीन चौके लगाए। रायुडू को सुलेमान बेन ने स्लिप पर डेरेन सैमी के हाथों कैच कराया।
आलराउंडर रवीन्द्र जडेजा मात्र छह रन बनाकर टेलर की गेंद पर बोल्ड हुए। धोनी ने भुवनेश्वर कुमार (18) के साथ सातवे विकेट के लिए 29 रन की साझेदारी की। स्टेडियम में कप्तान धोनी से हेलिकाप्टर शाट के जरिए छक्का लगाने की मांग हर तरफ से गूंज रही थी। धोनी ने दर्शकों की इस मुराद को पारी के आखिरी ओवर में चौथी गेंद पर पूरा कर दिया। धोनी ने मिडआन के उकपर से बेहतरीन छक्का लगाया और अगली गेंद पर फाइन लेग पर चौका जड़कर अपना अर्द्धशतक भी पूरा कर दिया।
भारत ने अंतिम पांच ओवर में 44 रन बटोर डाले। वेस्टइंडीज की तरफ से टेलर ने दस ओवर में 54 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। टेलर ने जब रैना को आउट किया था तो वह उनका 100वां वनडे विकेट था और यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह 15वें कैरेबियाई गेंदबाज बने। रामपाल ने 47 रन पर एक विकेट, बेन ने 47 रन पर एक विकेट, ब्रावो ने 51 रन पर एक विकेट और सैमी ने 14 रन पर एक विकेट लिया।