दार्जिलिंग। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में लगातार हो रही भारी बारिश से कल रात हुए भूस्खलन से कम से कम 38 लोगों के मरने की खबर है।
दार्जिलिंग जिले के मिरिक एवं लिम्बू बस्ती में भूस्खलन से 13 लोगों की मौत हो गयी जबकि कालिम्पोंग में भूस्खलन की चपेट में आने से 7 लोग मारे गये।
कालिम्पोंग के 11 माईल व आठ माईल में भयावह भूस्खलन होने की खबर है। खबर मिलते ही दार्जिलिंग टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए )के अधिकारी एवं कर्मचारी भारी संख्या में मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गये। फिलहाल युद्धस्तर पर राहत कार्य जारी है। हालांकि लगातार हो रही बारिश से राहत कार्य बाधित हो रहा है। राहत कार्य में सेना की भी मदद ली जा रही है।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर कोलकाता दौरे पर गये उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव को तत्काल सिलीगुड़ी के लिए रवाना हो गये हैं। मुख्यमंत्री स्वयं पहाड़ आने की इच्छा व्यक्त की है, पर भूस्खलन से सड़कों के खस्ताहाल होने के कारण फिलहाल वे दार्जिलिंग नहीं आ पा रही हैं।
भूस्खलन से दार्जिलिंग पर्वतीय इलाके में भारी तबाही हुई है। यहां घरों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। कई लोग अब भी लापता है। जिनकी तलाश जारी है। लोग बेघर हो सड़कों व खुली जगह में पनाह लिए हैं। प्रशासन की ओर से राहत कार्य जारी है।
दार्जिलिंग के जिलाधिकारी अरूण श्रीवास्तव ने बताया कि लापता लोगों की तेजी से तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पहाड़ के सुदूर इलाके से भी लोगों के लापता होने की खबरें मिल रही है। गौरतलब है कि भूस्खलन के कारण दार्जिलिंग के पागलाझोड़ी, गयाबाड़ी समेत विभिन्न इलाके से हुए भूस्खलन से मिरिक, कालिम्पोंग, दार्जिलिंग व सिक्किम का सिलीगुड़ी से संपर्क टूट चुका है।