इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सामाजिक कार्यकर्ताओं के गायब होने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। 4 से 7 जनवरी के बीच चार ब्लागरों के गायब होने के बाद एक और मानवाधिकार कार्यकर्ता समर अब्बास के लापता होने का मामला सामने आया है।
IT क्षेत्र में काम करने वाले और आतंकवाद विरोधी सिविल प्रोग्रेसिव अलायंस के प्रमुख समर अब्बास बीती 7 जनवरी को कराची से इस्लामाबाद पहुंचे। इसके बाद से वह गायब हैं। उनके साथी तालिब रजा ने कहा, हमने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक संगठन तैयार किया है।
हम प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की गतिविधियों के खिलाफ संघर्ष और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाते हैं। गैर सरकारी संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच इन घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। हालांकि सरकार ने इसे पूर्ण रूप से खारिज किया है। मंगलवार को गृह मंत्री निसार अली खान ने कहा कि जल्द ही इन लापता लोगों को ढूंढ़ निकाला जाएगा।
अमेरिका ने जाहिर की चिंता
संयुक्त राष्ट्र और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी गायब हो रहे इन कार्यकर्ताओं पर चिंता जाहिर की है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत डेविड के ने कहा कि इन मामलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि पाकिस्तान, पत्रकारों के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक माना जाता है।