चेन्नई/नई दिल्ली। चक्रवात ‘वर्धा’ ने तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में कहर बरपाया है। वर्धा तूफ़ान की वजह से मरने वालों की संख्या चार हो गई है जिसमे चेन्नई में 2 और कांचीपुरम एवं नागपट्टिनम में एक-एक लोगों की मौत हुई है।
एनडीआरएफ और सेना की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के सीएम पनीरसेल्वम को फोन करके तूफ़ान के बाद हालात के बारे में जानकारी ली है। तमिलनाडु सरकार ने कहा है कि वरदा तूफान से किसी मछुआरे की जान नहीं गई है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार वर्धा तूफ़ान की वजह से मरने वालों की संख्या चार हो गई है जिसमे चेन्नई में 2 और कांचीपुरम एवं नागपट्टिनम में एक-एक लोगों की मौत हुई है।
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में एनडीआरएफ की 19 टीमें तैनात हैं। अब तक 16000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने कहा है कि हालात से निपटने के लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं।
आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में वरदा के चलते आर्मी, नेवी और एयरफोर्स हाई अलर्ट पर हैं। नौसेना के दो युद्धपोत मेडिकल टीमें, राहत सामग्री कपड़े, कंबल और दवाइयां लेकर किसी भी तरह की स्थिति से निपटने को तैयार हैं।
गोताखोरों की 22 टीमों को भी तैयार करके अलर्ट किया गया है। सेना की 7 टुकड़ियां भी रेस्क्यू आपरेशन में जुटी हैं। चेन्नई एयरपोर्ट को भी शाम 9 बजे तक बंद कर दिया गया था। चेन्नई सब-रेलवे नेटवर्क भी बंद कर दिए गए हैं। मछुआरों को भी 48 घंटे तक समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।
तूफ़ान आने के समय 100-120 किमी. की रफ़्तार से चलने वाली हवाओं की स्पीड रात 8 बजे तक घटकर 60 से 70 किमी प्रति घंटा हो गई। चेन्नई एयरपोर्ट पर हवा की गति 50 समुद्री मील प्रति घंटा (92.5 किमी प्रति घंटा) होने पर 27 उड़ानें डायवर्ट कीं गई और 9 फ्लाइट्स को रोक दिया गया।
चेन्नई आने वाली फ्लाइट्स को हैदराबाद की ओर डायवर्ट किया गया। इसके अलावा पांच फ्लाइट्स रद्द कर दी गईं। दक्षिण रेलवे की बेंगलुरु, हैदराबाद, मदुराई, कोयम्बटूर की ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर रोक दी गईं।
सुल्लुर्पेत्ता-चेन्नई सेंट्रल ट्रेन को पूरी तरह रद्द कर दिया गया क्योंकि इस ट्रेन को दोपहर 12 बजे के करीब यहाँ से गुजरना था। इसके अलावा ट्रेन संख्या 12712 चेन्नई सेन्ट्रल-विजयवाड़ा पिनाकिनी एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या 66030 नेल्लोर-सुल्लुर्पेत्ता को भी रद्द कर दिया गया।
भारी बारिश के बाद चेन्नई रेलवे स्टेशन पर रेलवे पटरी पर पानी भर जाने से सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई। दक्षिण रेलवे ने भी चेन्नई और एग्मोर से चलने वाली सभी 17 ट्रेनें निरस्त कर दीं। जबकि, दक्षिण मध्य रेलवे ने चेन्नई की ओर जाने वाली कुछ ट्रेनों को निरस्त कर दिया और कुछ ट्रेनों का मार्ग बदल दिया।
राज्य के मुख्य सचिव (राजस्व प्रशासन) के. सत्यगोपाल के अनुसार तूफान से 3384 पेड़ और 3400 बिजली के खंभे गिरे हैं। 224 सड़कें अवरुद्ध हुईं और 47 झोपडि़यां क्षतिग्रस्त हो गईं।
तिरुपति के बालाजी मंदिर में बाढ़ का पानी भर गया है जो मोटर के जरिये बाहर निकाला गया। चेन्नई, तिरूवल्लूर एवं कांचीपुरम जिलों में सुबह से ही भारी बारिश होने और तेज हवाएं चलने से एहतियातन विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई।