गोलाघाट। ऊपरी असम के गोलाघाट जिले में एक गैस टैंकर के पलट जाने से भयावह आग लग गई। इस हादसे में बुरी तरह से झुलसने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल बताए गए हैं।
सभी का इलाज जोरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। वहीं इस हादसे में 20 से अधिक घर जलकर पूरी तरह से राख हो गए हैं। इस हादसे से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
उल्लेखनीय है कि बीती रात 11 बजे के आसपास गोलाघाट जिले के देरगांव स्थित रंगामाटी के रांगलीटिंग इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग-37 के किनारे एक गैस टैंकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के बाद टैंकर से गैस का रिसाव होने लगा। इसी बीच टैंकर में अचानक आग लग गई।
आग लगते ही टैंकर में भयानक विस्फोट हो गया। विस्फोट के बाद आग की चिंगारी पास के घरों में छिटककर पहुंच गई। देखते ही देखते 20 से अधिक घर आग की भयानक चपेट में आ गए।
मध्य रात्रि होने की वजह से लोग अपने घरों में सो रहे थे। आगजनी के बाद पूरे इलाके में चिख-पुकार मच गई। इस दौरान एक ही परिवार के तीन लोगों की मौके पर आग में झुलस जाने से मौत हो गई।
मृतक की पहचान बिमल भुइंया, ललिता भुइंया और जोनतारा भुइंया के रूप में की गई है। वहीं 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से आग में झुलस गए। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस व अग्निशमन विभाग की टीम ने आग बुझाने में जुट गई।
आग में झुलसे लोगों को पुलिस ने तुरंत जोरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। घायलों में दो की हालत अभी भी बेहद चिंताजनक बनी हुई है। वहीं मंगलवार की सुबह आग में झुलसे एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस तरह इस हादसे में मरने वालों की संख्या चार पहुंच गई है।
घटना की जानकारी मिलते ही सुबह स्थानीय विधायक व मंत्री अतुल बोरा मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सभी प्रभावितों को सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। साथ ही जिला प्रशासन ने फौरी तौर पर प्रभावितों को आपदा राहत कोष से सहायता उपलब्ध कराने का ऐलान किया है। जिला प्रशासन ने मामले की जांच कराने का आदेश जारी किया है।