तिरुअनंतपुरम। केरल में आज सुबह आतंकी संगठन आईएसआईएस के चार संदिग्ध लड़ाकों को पकड़ा गया। इनमें से दो लड़ाको को तिरुअनंतपुरम और दो को कोझिकोड हवाईअड्डे से धरा गया।
इन चार लड़ाको को आईएसआईएस ने प्रशिक्षण देकर संयुक्त अरब अमीरात के आबुधाबी से भारत भेजा है। इनको गिरफ्तार करने के बाद अब एनआईए (नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी), रिसर्च एंड एनेलिसिस विंग(रॉ) और स्टेट पुलिस इंटेलीजेंस इनके साथ पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि ये सभी आईएसआईएस के लिए भारत में सपोटर्स जुटाने आए हैं। हैदराबाद, बेंगलुरु और केरल में पहले भी आईएस को समर्थन करने के मामले सामने आते रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, पकड़े गए युवकों की पहचान पुलिमाथ के रहने वाले अनस और अधूर के रहने वाले कार्थिक के रुप में की गई है। वह यहां इतिहाद एयरलाइंस के विमान में सवार होकर सुबह करीब 3.30 बजे आए थे। पकड़े जाने के बाद हवाईअड्डे के भीतर ही वहीं उनके साथ पूछताछ की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि दो युवकों को करीब एक सप्ताह पहले आईएस की विचार धारा का सोशल मीडिया पर समर्थन करने के चलते हिरासत में लिया गया था।
जानकारी हो कि इससे पहले यूनाइटेड अरब अमीरात में 4 सितंबर को 11 भारतीयों को हिरासत में लिया गया था। इन पर आतंकी आईएसआईएस से जुड़ने की कोशिश करने और दूसरे को ऐसा करने में मदद करने का आरोप है। इन पर यह भी आरोप है कि इन्होंने आतंकियों को आर्थिक रुप से और दूसरी मदद की। इन्हीं लोगों के साथ हिरासत में लिए गए केरल के दो लोगों को कुछ दिन पहले भारत भेजा गया था। हालांकि, इनकी पहचान का खुलासा नहीं हुआ था। दोनों पर आईएसआईएस के प्रोपेगैंडा विषय को सोशल मीडिया पर प्रसारित करने का आरोप लगा था।
वहीं, गत 11 सितंबर को आईएसआईएस के लिए काम करने वाली एक भारतीय महिला दुबई से पकड़ी गई थी। इस घटना से भारतीय सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। सूत्रों के मुताबिक आईएसआईएस के लिए काम करने वाली इस महिला का नाम अफ्शा जबीन है, जिसका उपनाम निकोल जोसफ है। ये महिला आईएस के लिए ऑनलाइन भर्ती करती है।
जबीन को खुफिया एजेंसियों की मदद से दुबई से उसके पति और तीन बच्चों के साथ पकड़ा गया था। जबीन के पति का नाम देवेंद्र बत्रा बताया गया था। जबीन को सलमान मोइनुद्दीन को पकड़े जाने के बाद ट्रेस किया जा सका। सलमान को इस साल जनवरी में हैदराबाद हवाईअड्डे से पकड़ा गया था। वह दुबई और फिर वहां से आईएसआईएस में शामिल होने के लिए सीरिया जाने के प्रयास में था।