उदयपुर। जिले के घासा थाना क्षेत्र में एक चार वर्ष की बच्ची के परिवार के साथ में रहने वाला युवक ही इस बच्ची का अपहरण कर ले गया। परिजनों ने काफी तलाशा, परन्तु उसका पता नहीं चला। इधर पुलिस ने भी इस युवक की तलाश की, परन्तु युवक के पैतृक गांव में भी इस युवक का पता नहीं चला।
पुलिस सूत्रों के अनुसार हाजा पुत्र उदा भील निवासी सागंवा की एक चार वर्ष की बच्ची पुष्पा है। हाजा मजदूरी करता है और इसके साथ रेलमंगरा निवासी भैरूलाल भील भी मजदूरी करता है। भैरूलाल इसी गांव में रहता है और लोगों के घरों के बाहर पड़ा रहता है।
हाजा और भैरूलाल दोनों के साथ में मजदूरी करने के कारण दोनों में अच्छी मित्रता है और दोनों साथ बैठकर खाते पीते है। अक्सर रात्रि को भैरूलाल कई बार हाजा के घर पर ही सो जाता है। हाजा के भतीजे की शादी के कार्यक्रम होने के कारण रविवार को वह अपनी बच्ची पुष्पा को अपने घर में भैरूलाल के पास में छोड़कर पत्नी के साथ अपने भाई के घर पर चला गया। रात्रि को पुन: आया तो घर से भैरूलाल और हाजा की पुत्री चार वर्षीय पुष्पा दोनों ही गायब थे।
पहले तो हाजा ने भैरूलाल द्वारा बच्ची को गांव में ही घुमाने ले जाने का सोचकर ज्यादा चिंता नहीं की। देर तक नहीं आने के बाद हाजा ने भैरूलाल की तलाश शुरू कर दी। पूरे गांव में कई स्थानों पर भी तलाशने के बाद भी पता नहीं चलने पर उसके होंश उड़ गए। इस पर उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर थाने से जाब्ता आया और पूरी जानकारी लेकर तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने एक टीम को भैरूलाल के पैतृक गांव रेलमंगरा भी भेजा, परन्तु वहां पर भी उसका पता नहीं चला। आस-पास अच्छी तरह से तलाशने के बाद भी पता नहीं चलने पर पुलिस ने गांव में कुओं का पानी तोड़ना शुरू कर दिया है।
इधर पुलिस का अनुमान है कि आरोपी इस बच्ची को लेकर कहीं चला गया है। आरोपी खानाबदोश की तरह रहता है इसी कारण उसका पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पांच वर्ष से गांव नहीं गया आरोपी
पुलिस ने आरोपी भैरूलाल के पैतृक गांव रेलमंगरा में उसके घर पर जाकर देखा तो घर के बाहर ताला लगा हुआ था। ग्रामीणों से पूछताछ की तो सामने आया कि आरोपी की माता-पिता की पूर्व में ही मौत हो चुकी है और पिछले 5 वर्ष से आरोपी गांव में नहीं आया है। आरोपी का कोई सगा नहीं है, यहां तक की ग्रामीण इस आरोपी भैरूलाल को पांच साल से नहीं देखने पर मृत मान चुके थे।