सबगुरु न्यूज-सिरोही। बारिश के इस मौसम में जहां सभी संसाधन जवाब दे रहे हैं, ऐसे में एसडीआरएफ के साथ सिरोही प्रशासन, पुलिस और स्थानीय लोगों के प्रयासों से जान जोखिम में डालकर अणगौर, अंदौर, लोटीवाडा, धांता और पालडी एम में पानी के तेज बहाव से बाहर सुरक्षित निकाल लिया।
बारिश से पूर्व सिरोही के एक शिक्षक का परिवार एक अन्य परिवार के 17 लोग अणगौर में खेतों फंस गए थे। दोनों तरफ पानी का तेज बहाव होने के कारण इन लोगों का सिरोही आना मुश्किल था। सवेरे सूचना मिलने पर इन लोगों बाहर निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम गई, लेकिन काफी समय तक सफलता नहीं मिल सकी। फिर प्रशासनिक कर्मियों, पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों ने एक साथ हिम्मत जुटाई और शाम पांच बजे तक अणगौर में फंसे 17 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
एडीएम जवाहर चैधरी ने बताया कि शिवगंज तहसील के अंदौर गांव की पीएचसी में नर्सिंगकर्मी समेत तीन लोग पानी से घिर गए थे। उन्हें वहां की पुलिस टीम ने बाहर निकला। लोटीवाडा में दो जगहों पर 11 लोग पानी के तेज बहाव के बीच फंस गए थे। इनमें से एक समुह में फंसे 5 लोगों को तो पुलिस टीम ने बचाया, वहीं दूसरे समुह में फंसे छह लोगों को उदयपुर से सिरोही पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला।
इसी तरह धांता में खेत मे करीब 17 लोग पानी के तेज बहाव के बीच फंसे हुए थे। इन्हें एसडीआरएफ की टीम ने शाम को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पालडी एम में भी पानी ेके बहाव में फंसे लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित बाहर निकाला। जिला कलक्टर संदेश नायक ने बताया कि धांता में एक गर्भवती महिला को सिंदरथ होते हुए सिरोही चिकित्सालय में लाकर भर्ती करवाया गया।
-वास्तानेश्वर में अब भी डेढ दर्जन लोग
वास्तानेश्वर जी में हरियाली अमावस्या पर पूजा करने और मेले में व्यवसाय करने गए सिरोही शहर समेत आसपास के करीब डेढ दर्जन लोग वहीं पर हैं। एडीएम ने बताया कि यह लोग माउण्ट आबू में बारिश के बाद वहां पानी का तेज बहाव होने के कारण वहीं रुक गए थे। इन लोगों के पास खाने पीने की सामग्री है और वास्तानेश्वर जी के मंदिर में सभाभवन में सुरक्षित स्थान में होने की सूचना मिली है।
ऐसे में उन्हें सोमवार को नहीं निकाला गया। यह लोग पर्याप्त भोजन सामग्री के साथ सुरक्षित स्थान पर हैं। रात में बारिश रुकती है और झरने का पानी कम होता है तो यह लोग स्वतः भी वापस आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि वैसे मंगलवार को उन्हें भी निकालने की कवायद करेंगे।
-इसलिए नहीं आया हेलीकाॅप्टर
प्रशासन के पास चार जगह पर लोगों के गहरे फंसे होने की जानकारी थी। इस पर उन्होंने लोटीवाडा, अणगौर, धांता और वास्तानेश्वर जी में लोगों को निकालने के लिए हेलीकाॅप्टर की मांग वायुसेना को भेजी थी, लेकिन लोटवाडा, अणगौर और धांता में एसडीआरएफ, प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिसकर्मियों तथा स्थानीय लोगों की मदद से लोगों को बाहर निकाल लिया गया था।
अब सिर्फ वास्तानेश्वर में रहे लोगों को निकालना था। वह पहाडी इलाके में था इसलिए हेलीकाॅप्टर से वहां रेस्क्यु करने में समस्या थी। इसलिए बाद में हेलीकाॅप्टर बुलवाने की आवश्यकता नहीं पडी।