सना। हौती विद्रोहियों और यमन के पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के वफादार बलों के बीच शनिवार को हुई लड़ाई में नागरिकों समेत कम से कम 40 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए।
दोनों पक्षों के सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि लड़ाई देर रात उस समय शुरू हुई, जब हौती विद्रोहियों ने रिपब्लिकन गार्ड के कई कमांडरों के घरों में घुसने का प्रयास किया। रिपब्लिकन गार्ड सालेह और पूर्व राष्ट्रपति द्वारा संचालित जनरल पीपुल्स कांग्रेस पार्टी के नेताओं के प्रति वफादार हैं।
यह संघर्ष हद्दाद, बगदाद, अल-जजैर और राजनीतिक जिले में स्थित सालेह के निवास स्थान के पास हुआ। कई निवासियों ने कहा कि हौती विद्रोहियों ने टैंकों और बख्तरबंद वाहनों का इस्तेमाल उन क्षेत्रों पर हमला करने की कोशिश में किया, जहां सालेह के समर्थक मौजूद थे।
विस्फोटों की आवाज पौ फटने तक यमन की राजधानी तक सुनी गई। हौती विद्रोहियों और सालेह समर्थकों के बीच यह अबतक का सर्वाधिक खूनी संर्घष है।
दोनों पक्ष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त यमन के राष्ट्रपति अब्द रब्बू मंसूर हादी की सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं। जिसे मार्च 2015 के बाद से सऊदी अरब के नेतृत्व वाले अरब गठबंधन ने समर्थन दे रखा है।