चंडीगढ़। सतलुज यमुना नहर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पंजाब के पक्ष में नहीं आने पर शुक्रवार को कांग्रेस के 42 विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा सचिवालय में सौंप दिया।
कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा सौंपने से पहले प्रदेश अध्यक्ष अमरेन्दर सिंह के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने विधान सभा सचिव को अपना इस्तीफा सौंपा।
शुक्रवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत साढ़े दस बजे कांग्रेस के सभी 42 विधायक व निर्दलीय विधायक रजनीश कुमार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्दर के नेतृत्व में विधान सभा भवन पहुंचे।
जहां पर कैप्टन अमरेन्दर सिंह की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस विधायकों ने एक स्वर में कहा कि पंजाब के साथ एसवाईएल मुद्दे पर धोखा किया गया है।
अकाली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पंजाब का पक्ष मजबूती के साथ नहीं रखा। जिसके कारण सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के खिलाफ अपना फैसला सुनाया है। बैठक में तय किया गया इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पंजाब की जनता के बीच जाएगी।
इसके बाद सभी विधायकों ने कैप्टन अमरेन्दर सिंह के नेतृत्व में अपना इस्तीफा विधान सभा सचिव लखनपाल मिश्रा को सौंप दिया।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला एसवाईएल पर आने के बाद ही कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अमृतसर लोकसभा सीट से अपना इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस ने पहले ही ऐलान कर रखा था कि अगर एसवाईएल पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पंजाब के खिलाफ आएगा। तो उसके विधायक व सांसद अपना इस्तीफा देकर जनता के बीच इस मुद्दे को लेकर जाएंगे।