अहमदाबाद। भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में आने से बचाने के लिए कर्नाटक ले जाए गए 44 कांग्रेस विधायक सोमवार को गुजरात लौट आए।
गौरतलब है कि गुजरात कांग्रेस विधायकों की वापसी मंगलवार को होने वाले राज्य सभा चुनावों से एक दिन पहले हुई है।
कांग्रेसी विधायकों को 29 जुलाई को बेंगलुरु ले जाया गया, जहां उन्हें एक निजी रिसॉर्ट में ठहराया गया। कांग्रेस ने यह कदम छह कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे के बाद उठाया।
गुजरात की 182 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 57 विधायकों में छह विधायकों के 26 जुलाई को इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने वाले छह में से तीन ने 28 जुलाई को भाजपा की सदस्यता ले ली। भाजपा से बचे 51 कांग्रेसी विधायकों में से सात विधायक बेंगलुरु से आने वाले विधायकों में शामिल नहीं हुए हैं।
कांग्रेस के 51 में से बचे हुए 44 विधायकों को आनंद के निकट निजानंद रिसॉर्ट में ठहराया गया है। उनके परिवार के सदस्य सोमवार को रक्षा बंधन पर उनसे मुलाकात करेंगे।
यहां से विधायक मंगलवार को सीधे राज्य की राजधानी गांधीनगर जाएंगे, जहां वे पार्टी के राज्य सभा के उम्मीदवार अहमद पटेल के लिए मतदान करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव पटेल राज्य सभा के लिए लगातार पांचवें कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। कर्नाटक के मंत्री डी.के. शिवकुमार भी विधायकों को छोड़ने के लिए हवाईअड्डे पर मौजूद रहे।
अहमदाबाद रवाना होने से पहले हवाईअड्डे के बाहर कांग्रेस के विधायक शक्ति सिंह गोहिल ने संवाददाताओं से कहा कि हम सभी एकजुट है। भाजपा हमारे किसी भी विधायक को धमकी नहीं दे सकती। हमारे साथी विधायकों के साथ खरीद-फरोख्त संभव नहीं है।
गुजरात के विधायकों के बिदादी में ईगल्टन गोल्फ रिसॉर्ट में ठहरने के दौरान आयकर विभाग ने छापेमारी की थी, जहां विधायकों की मेजबानी कर रहे शिवकुमार भी रुके थे। शिवकुमार पर कथित तौर पर आय के स्रोतों से ज्यादा संपत्ति रखने को लेकर छापेमारी की गई थी।