मुंबई। मुंबई पुलिस आयुक्त दत्ता पडसलगीकर ने मुंबई पुलिस जवानों को नए साल का गिफ्ट देते हुए उनकी ड्यूटी आठ घंटे की कर दी है। इसके साथ पुलिस विभाग में अन्य महत्वपूर्ण बदलाव भी किया है।
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस पर काम का बोझ ज्यादा है और पुलिस जवान प्रत्येक दिन लगातार 15 से 16 घंटे काम कर रहे थे। अब वे एक जनवरी से प्रतिदिन केवल आठ घंटे ही काम करेंगे।
मुंबई पुलिस के कुछ इकाइयों (कक्ष) को भी कायम स्वरूप (हमेशा) के लिए बंद कर दिया गया है, जिसमें अपराध शाखा का हफ्ता विरोधी पथक, मालमत्ता (संपत्ति) कक्ष, वाहनचोरी विरोधी कक्ष, सोनसाखली (सोने की चेन) चोरी विरोधी कक्ष, सीआईयू विभाग की लॉजिस्टिक यूनिट और दो सशस्त्र बल गट को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है।
मुंबई पुलिस को 15 से 16 घंटे काम करने के साथ ही अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसको ध्यान में रखते हुए देवनार पुलिस थाने के एक सिपाही ने पुलिस आयुक्त को 73 पेज का पत्र भी लिखा था।
इस पत्र में उल्लेख किया गया था कि जहां उन्हें 15 से 16 घंटे काम करने पड़ते हैं, वहीं वीवीआईपी बंदोबस्त के समय उनकी छुटिटयों को रद कर दिया जाता है, जिससे पुलिस जवानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इन सभी मुद्दों को देखते हुए पुलिस आयुक्त ने पुलिस जवानों की ड्यूटी आठ घंटे करने का निर्णय लिया है।