जम्मू। हर साल होने वाली अमरनाथ गुफा मंदिर की वार्षिक यात्रा इस साल दो जुलाई से शुरू होगी। श्रीअमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने इस साल 48 दिनों के लिए यात्रा की अनुमति दी है। बीते साल यह अवधि 59 दिनों की थी। बोर्ड ने हालांकि यात्रा की अवधि कम किए जाने का कोई कारण नहीं बताया।
बोर्ड के प्रवक्ता के अनुसार दक्षिण कश्मीर में आयोजित होने वाली अमरनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सबसे ज्यादा ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने फैसला किया है कि 48 दिवसीय यात्रा हिंदू कैलेंडर के अनुसार शुभ दिन (मासिक शिवरात्रि) दो जुलाई 2016 को शुरू होगी और यह श्रावण पूर्णिमा यानी रक्षा बंधन के दिन 18 अगस्त 2016 को समाप्त होगी।
जम्मू कश्मीर के गवर्नर एनएन वोहरा ने नई दिल्ली में बोर्ड की 30वीं बैठक की अध्यक्षता की। बोर्ड के सदस्यों कपिला वात्स्यायन, देवी प्रसाद शेट्टी, विजय धर, सुनीता नारायण, भजन सोपोरी, डी सी रैना और चंद्रमौली रैना ने भी बैठक में भाग लिया। आध्यात्मिक नेता श्रीश्री रविशंकर ने टेली-कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा में भाग लिया।
बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीके त्रिपाठी और अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जितेंद्र कुमार सिंह भी बैठक में शामिल हुए। सीईओ ने कहा कि बोर्ड ने यात्रियों की संख्या पर विस्तार से चर्चा की जिन्हें इस साल की यात्रा के लिए तारीख वार और मार्ग वार, रजिस्ट्रेशन की अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि रास्ते की मौजूदा क्षमता, यात्रा क्षेत्र के लिए उपलब्ध बुनियादी ढांचे और अन्य सभी प्रासंगिक विषयों पर विचार करते हुए बोर्ड ने फैसला किया कि हेलीकाप्टरों से यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को छोड़कर 2016 के लिए प्रति दिन प्रति मार्ग के आधार 7,500 यात्रियों को रजिस्ट्रेशन कराने की अनुमति होगी।