नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की मंजूरी के बाद आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आगामी 22 जून को एकल मिशन में रिकार्ड 20 उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए सोमवार सुबह से 48 घंटों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
इन उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल पीएसएलवी-सी34 का इस्तेमाल किया जाएगा। इनमें भारत का भू सर्वेक्षण अंतरिक्ष यान काटरेसैट-2 शामिल है। 22 जून को सुबह 9.26 मिनट पर अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे प्रक्षेपण स्थल से प्रक्षेपण किया जाएगा।
इसरो के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मिशन की तैयारी से जुड़ी समीक्षा समिति और प्रक्षेपण प्राधिकार बोर्ड ने 20 जून 2016 को भारतीय समयानुसार सुबह नौ बजकर 26 मिनट से शुरू होने वाली 48 घंटे की उल्टी गिनती और 22 जून 2016 को भारतीय समयानुसार सुबह नौ बजकर 26 मिनट पर पीएसएलवी-सी34.काटरेसैट-2 सीरिज उपग्रह मिशन के प्रक्षेपण को मंजूरी दे दी।
इससे पहले अंतरिक्ष एजेंसी ने 2008 में एक मिशन के तहत कक्षा में दस उपग्रह भेजे थे। इसरो ने कहा कि पीएसएलवी-सी 34 पर ले जाए जाने वाले सभी 20 उपग्रहों का वजन तकरीबन 1288 किलोग्राम है। साथ भेजे जाने वाले उपग्रहों में अमरीका, कनाडा, जर्मनी और इंडोनेशिया के उपग्रहों के साथ-साथ भारतीय विश्वविद्यालयों के भी दो उपग्रह शामिल हैं।