लखनऊ। गोरखपुर त्रासदी के बाद उत्तर प्रदेश के ही फर्रुखाबाद जिले में एक महीने के भीतर ऑक्सीजन की कमी के कारण 49 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है। इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने दो चिकित्सकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
इनमें से 30 बच्चों की मौत डॉक्टर राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के नवजातों के क्रिटिकल केयर यूनिट और 19 की प्रसव कक्ष में हुई।
एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा कि मौत का कारण खराब उपचार, देखभाल का अभाव और ऑक्सीजन की कमी रहा। वरिष्ठ जिला प्रशासन की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने इन चिकित्सकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
फरुर्खाबाद के जिला मजिस्ट्रेट ने सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) और आरएमएल हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के खिलाफ कोतवाली में शिकायत दर्ज की है।
जिला मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार के आदेश पर दो डॉक्टरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इन दोनों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 176, 188 और 304 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उपनिरीक्षक बन्नी सिंह को मामले की जांच सौंपी गई है और जांच शीघ्र करने के लिए कहा गया है।