भोपाल। मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर हुई गोलीबारी के मामले में राज्य सरकार ने गुरुवार को यूटर्न ले लिया।
राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने स्वीकार किया कि मंदसौर में पुलिस ने गोलीबारी की थी जबकि इससे पहले गृहमंत्री से लेकर भाजपा के बड़े नेता तक दावा करते रहे हैं कि किसान आंदोलन में असामाजिक तत्व और कांग्रेस के लोग घुस गए हैं।
राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने गुरुवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि मंदसौर में किसानों की मौत पुलिस की गोली से हुई है। उन्होंने माना कि यह प्रशासन की असफलता है, इसीलिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक का तबादला किया गया है। उन्होंने साथ ही कहा कि कांग्रेस ने किसानों को भड़काने का काम किया है। अभी भी वह इसी काम में लगी है।
सिंह ने आगे कहा कि पांच दिनों तक किसानों का आंदोलन शांति से चलता रहा, मगर उसके बाद हिंसा हुई। मंगलवार की रात से ही मैं इस बात को स्वीकार रहा हूं कि किसानों की मौत पुलिस की गोलीबारी से हुई। मामले की न्यायिक जांच हो रही है उसके बाद सारे तथ्य सामने आ जाएंगे।
यहां बताना लाजिमी होगा कि गृहमंत्री से लेकर तत्कालीन जिलाधिकारी स्वतंत्र कुमार सिंह पुलिस की ओर से गोलीबारी की बात को नकारते रहे हैं। वहीं स्थानीय लोग बार-बार यही कहते रहे कि पुलिस ने गोली चलाई है।
हिंसाग्रस्त मंदसौर, नीमच, रतलाम के जिलाधिकारियों का तबादला
मध्य प्रदेश में किसानों के आंदोलन के हिंसक रूप लेने और मंदसौर में हुई गोलीबारी में पांच किसानों के मारे जाने के बाद हिंसाग्रस्त मंदसौर, नीमच व रतलाम के जिलाधिकारियों का तबादला कर दिया गया है।
प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह एक आदेश जारी कर मंदसौर के जिलाधिकारी स्वतंत्र कुमार सिंह को हटाकर उनके स्थान पर शिवपुरी के जिलाधिकारी ओ. पी श्रीवास्तव को पदस्थ किया गया है। वहीं बी.चंद्रशेखर को हटाकर तन्वी सुन्द्रियाल को रतलाम व रजनीश श्रीवास्तव के स्थान पर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को नीमच का जिलाधिकारी बनाया गया है।
ज्ञात हो कि राज्य में किसान कर्ज माफी और फसल के उचित दाम की मांग को लेकर एक जून से हड़ताल पर हैं। गुरुवार को हड़ताल का आठवां दिन है। मालवा-निमाड़ अंचल में किसानों का आंदोलन बीते दो दिनों से हिंसक बना हुआ है। मंगलवार को मंदसौर में पुलिस बल की गोलीबारी में पांच किसानों की मौत के बाद बुधवार को कई स्थानों पर हिंसा हुई और वाहनों को फूंका गया।