चंडीगढ़। पांच महीने पहले 27 जुलाई को पंजाब दहशतगर्दी का शिकार हुआ था। पाकिस्तान सीमा से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुरदासपुर जिले के दीनानगर थाने को आतंकियों ने अपने कब्जे में ले लिया था।
इस मुठभेड़ में 11 लोग मारे गए थे। तब भी आतंकी सेना की वर्दी में आए थे और रेलवे ट्रैक पर बम लगा कर दहशत फैलाने की कोशिश की थी। सुबह 11 बजे आतंकियों ने दीनानगर थाने में ब्लास्ट किया था।
11:30 बजे आतंकियों के साथ मुठभेड़ में गुरदासपुर के एसपी बलजीत सिंह शहीद हो गए थे। दोपहर 1 बजे सेना ने ऑपरेशन तेज किया, घटना स्थल पर आर्मी ने जैमर लगाए, जिससे आतंकी वायरलेस सेट का इस्तेमाल नहीं कर सके।
दोपहर 2 बजे एनएसजी की टीम दीनानगर पहुंची और शाम साढ़े 4 बजे आखिरकार 11 घंटे तक आतंकवाद के खिलाफ चला ऑपरेशन खत्म हुआ। जिस जगह ये थाना है वो रिहाइशी इलाका है और इसके आसपास काफी अस्पताल भी हैं।
थाना तीन मंजिला है और इस थाने के पीछे पुलिसवालों के घर भी हैं। जहां आतंकियों ने पुलिस वालों के परिवार वालों को बंधक बनाया हुआ था। इस थाने के साथ किरण अस्पताल लगा हुआ है, जहां पर इन लोगों ने दो मरीजों को भी मार दिया था।