झुंझुनू। राजस्थान में वन विभाग में जल्द ही 500 फोरेस्ट गार्डों की भर्ती होगी। भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी। वनविभाग में भर्ती के लिए मुख्यमंत्री से भी मंजूरी मिल चुकी है।
राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एसएस चौधरी ने झुंझुनू दौरे के दौरान बताया कि गांव शिशियां के प्रगतिशील किसान बलदेव की तकनीक को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जाएगी। बलदेव ने परम्परागत खेती के साथ पेड़ पौधे को लगाने की खास तकनीक अपनाई है।
उन्होंने बताया कि अवैध खनन को रोकने के लिए खनिज अधिनियम में फेरबदल किया गया है। अब अवैध खनन से जुड़े वाहनों को भी सीज करने का अधिकार वन विभाग को मिला गया है।
उन्होंने बताया कि झुंझुनू की बीड़ की सार संभाल का पूरा काम दो साल में पूरा होगा। दो चरणों में फैसिंग का काम हो रहा हैं। बीड़ का विकास बेहद जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि वनस्पति के साथ वन्य जीव सुरक्षित रह सके, इसके लिए भी प्रयास किए जाएंगे। ,
चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय वन नीति के मुताबिक प्रदेश में 33 प्रतिशत हिस्से में वन क्षेत्र होना चाहिए, लेकिन फिलहाल प्रदेश में केवल 9.5 प्रतिशत है। इसलिए किसानों को साथ लेकर इस क्षेत्र में काम किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएंगे। इसके अलावा परम्परागत खेती के अलावा फल, सब्जी आदि की पैदावार भी हो सके।