सबगुरु न्यूज उदयपुर। उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान की ओर से 2 व 3 सितम्बर को 29वां विशाल निःशुल्क सर्वधर्म दिव्यांग तथा निर्धन सामूहिक विवाह समारोह उदयपुर के लियों का गुड़ा स्थित संस्थान के मुख्यालय में होगा।
यह जानकारी सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में संस्थान के निदेशक देवेन्द्र चैबीसा ने दी। चैबीसा ने बताया कि निःशुल्क सर्वधर्म दिव्यांग व निर्धन सामूहिक विवाह में देश के विभिन्न क्षेत्रों के 51 दिव्यांग जोड़े विवाह सूत्र में बंधेंगे। समारोह की भव्य और व्यापक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
विवाह समारोह में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश सहित देश के कई राज्यों के जोड़े एक-दूसरे का हाथ थामेंगे। इनमें से कई जन्मजात अथवा दुर्घटनावश निःशक्तता का दंश झेलते हुए जीवन में अब तक सूनापन महसूस कर रहे थे। जिदंगी की जंग में अब उन्हें विश्वास की डोर थाम कर जीवनसाथी का सहारा मिल जाएगा।
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि विवाह समारोह में ऐसे भी जोड़े शामिल हो रहे हैं जो घुटनों के बल चलते हैं। विवाह स्थल पर 51 वेदियां तैयार की जा रही हैं। 51 पंडित मुख्य आचार्य के मार्गदर्शन में विवाह की विधि संपन्न करवाएंगे। विवाह समारोह में संत समुदाय की उपस्थिति रहेगी।
2 सितम्बर शाम को 6 बजे सजी-धजी बग्घियों में बाजे-गाजे के साथ उदयपुर के टाउन हॉल से सामूहिक बिंदोली निकलेगी। इसमें बाराती बने परिजन और देशभर से आने वाले संस्थान के सहयोगी, अतिथि व जन समुदाय नाचते-गाते चलेंगे। इसके पश्चात् 3 सितम्बर सुबह 10 बजे बड़ी स्थित मुख्यालय पर तोरण और वरमाला की रस्म होगी। शुभ मुहूर्त में पाणिग्रहण संस्कार आरम्भ होगा।
विवाह स्थल पर 90 गुना 400 वर्गफीट का डोम बनाया जा रहा है। जोड़ों को घरों से लाने व छोड़ने के लिए संस्थान की ओर से वाहनों की व्यवस्था की जाएगी। विवाह समारोह के लिए रजिस्ट्रेशन समिति, आवास एवं भोजन व्यवस्था समिति, टेंट व्यवस्था समिति, स्वागत समिति, यातायात व्यवस्था समिति, बिन्दोली व्यवस्था समिति, सुरक्षा व्यवस्था समिति, सफाई व्यवस्था समिति, वर-वधु शृंगार समिति का गठन किया गया है।
जोड़ों को गृहस्थी के लिए आवश्यक सामान के रूप में थाली, कटोरी, गिलास, स्टील की कोठी, बर्तन, कुकर, क्राॅकरी, सिलाई मशीन, डिनर सेट, गैस चूल्हा, कम्बल, बेडशीट्स, तकिया, घड़ी, साड़ियां, पेंट-शर्ट, सोने का मंगलसूत्र, चांदी की पायल, बिछिया, अंगूठी आदि प्रदान किए जाएंगे। वर-वधुओं को आशीर्वाद प्रदान करने के लिए दिल्ली, मुंबई, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव, जोधपुर, इंदौर, आगरा, नागपुर, हैदराबाद, अलीगढ़, पूना, राजकोट, देहरादून, पटना, बड़ौदा आदि शहरों से संस्थान के सहयोगी एवं अतिथिगण पधारेंगे। चयनित दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल, व्हील चेयर, नारायण मोड्यूलर आर्टीफिशियल लिम्ब, बैसाखी, कैलिपर, श्रवण यंत्र, ब्रेल स्टिक व अन्य उपकरण निःशुल्क प्रदान किए जाएंगे।
संस्थान अब तक 1250 से अधिक निर्धन एवं दिव्यांग जोड़ों की गृहस्थी बसा चुका है। अब वे बच्चों के साथ खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। कई जोड़ों का परिचय निःशुल्क पोलियो करेक्शन ऑपरेशन के दौरान संस्थान में ही हुआ। यहीं नहीं, यहीं पर उन्होंने विभिन्न स्वरोजगारपरक प्रशिक्षणों के माध्यम से आत्म निर्भरता व स्वरोजगार की ओर कदम भी बढ़ाए।
यह होंगे मांगलिक कार्यक्रम
2 सितंबर को सुबह 11 बजे गणपति स्थापना होगी। इसके बाद भामाशाह सम्मान समारोह होगा। दोपहर 12.30 बजे मेहंदी की रस्म होगी। शाम को 5 बजे बिंदोली निकाली जाएगी। इसी प्रकार 3 सितंबर को सुबह 10 बजे तोरण एवं वरमाला की रस्म होगी। दोपहर 12 बजे पाणिग्रहण संस्कार व 3 बजे विदाई की रस्म होगी।