नई दिल्ली। राज्यसभा में हाल ही में हुए चुनावों में 55 नवनिर्वाचित सांसद करोड़पति हैं जबकि 13 नए सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है। इस बात का खुलासा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा किए गए अध्ययन में हुआ है। इस बार चुनकर आए 57 सांसदों में से 55 करोड़पति हैं।
अधिकतम संपत्ति रखने वाले सांसदों में राकांपा के प्रफुल्ल पटेल है, जिनके पास कुल 252 करोड़ रुपए की संपत्ति है। इसके बाद कांग्रेस के कपिल सिब्बल के पास 212 करोड़ रुपए और बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा के पास 193 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
एडीआर के अनुसार सबसे कम संपत्ति रखने वाले सांसदों में भाजपा के अनिल माधव दवे के पास 960 लाख रूपये और रामकुमार 86 लाख रुपए हैं। अनिल माधव दवे की संपत्ति में सर्वाधिक प्रतिशत की वृद्धि देखी गई जो 58,21,437 रुपए से 60,97,179 रुपए हो गई।
इनके अलावा 19 सांसदों ने एक करोड़ रुपए या इससे अधिक देनदारी की जानकारी हलफनामें में दी है। बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा की कुल संपत्ति का मूल्य 193 करोड़ रुपए है, वहीं उन पर 38 करोड़ रुपए की देनदारी है।
राज्यसभा चुनावों 57 नए सदस्यों का निर्वाचन हुआ है। इनमें से 17 भाजपा के, नौ कांग्रेस के, सात सपा के, चार अन्नाद्रमुक के, तीन बीजद के हैं।
इनमें जदयू, राजद, द्रमुक, बसपा और तेदेपा के दो-दो, अकाली दल, राकांपा, शिवसेना तथा वाईएसआर कांग्रेस के एक-एक सदस्य निर्वाचित हुए हैं। एक निर्दलीय राज्यसभा सदस्य का भी चुनाव हुआ है।