नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के मौके पर गुरूवार को राजपथ पर 17 राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा 6 केंद्रीय मंत्रालयों सहित कुल 23 झांकियां निकलीं।
इसमें देश के विभिन्न राज्यों के रंग और सांस्कृतिक वैभव और सामाजिक चेतना के भाव के साथ अनेकता में एकता का भाव झांकियों के माध्यम से देखने को मिला।
मोदी सरकार की महत्वकांक्षी योजना वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को गुरुवार को झांकी के माध्यम से गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया गया। सरकार ने देश के सबसे बड़े कर सुधार पहल को देश के सामने रखा।
राजपथ पर तीन साल बाद दिल्ली की झांकी भी आई इसमें ‘मॉडल स्कूल’ बने सरकारी स्कूलों की स्थिति को दर्शाया गया। दिल्ली की झांकी के सामने आते ही समारोह स्थल पर मौजूद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल काफी प्रसन्न दिखे।
महाराष्ट्र की झांकी प्रखर देशभक्त ‘लोकमान्य तिलक’ के जीवनचरित्र पर थी। तिलक की इस वर्ष 160वीं जयंती मनाई जा रही है। ‘मॉडल स्कूल’ शीर्षक के तहत दिल्ली की झांकी में सरकारी स्कूलों में बदलाव और बेहतर शिक्षा को दर्शाया गया।
ओडिशा के लोकप्रिय उत्सव डोला जतरा, अरूणाचल प्रदेश का याक नृत्य, मणिपुर का लाई हराओबा, गुजरात की झांकी में कच्छ की जीवनशैली और कला, लक्षद्वीप अपने अनछुए पर्यटन स्थलों, कर्नाटक अपना लोक नृत्य, हिमाचल प्रदेश में चंबा रूमाल, हरियाणा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पश्चिम बंगाल का शरद उत्सव, पंजाब का जागो आईया, तमिलनाडु प्रसिद्ध लोक नृत्य काराकट्टम, गोवा की झांकी में अपने संगीत की विरासत को, त्रिपुरा की झांकी में होजागिरी नृत्य, जम्मू और कश्मीर की झांकी गुलमर्ग में शीतकालीन खेलों और असम की झांकी में कामाख्या मंदिर का दर्शन कराया गया।
इनके अलावा केंद्र सरकार के मंत्रालय और विभागों में केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) की झांकी में वस्तु एवं सेवा कर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) में खादी, भारत, आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय सभी के लिए आवास, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) की झांकी में ग्रीन इंडिया क्लीन इंडिया और कौशल विकास मंत्रालय अपनी झांकी में कौशल विकास के माध्यम से भारत को बदलने की झांकी परेड का आकर्षण रहीं।