नई दिल्ली। शक्तिशाली भूकंप के केंद्र में आये नेपाल में घायलों के इलाज के लिए दवाईयों और डॉक्टरों की कमी हो गई है। घायलों का इलाज सड़कों पर किया जा रहा है। नेपाल में भूकंप से अब तक 449 से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूकंप के बाद कहा कि हम देश में और नेपाल में भूकंप प्रभावितों तक पहुंचने की दिशा में काम कर रहे हैं। साथ ही, गृहमंत्रालय ने नेपाल सरकार से बात की है कि गृहमंत्रालय राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) टीम को नेपाल भेजा जा सकता है।
वहीं, इस प्राकृतिक आपदा के कारण माउंटएवरेस्ट के बेस कैंप में कुछ पर्वतारोहियों के लापता होने की खबर हैं और चट्टानें खिसक गई हैं। । कैंप एक और कैंप दो पूरी तरह बर्बाद हो गया है।
गौरतलब है कि देश के पूर्व और उत्तरी हिस्सों में आज आधे घंटे के अंदर दो बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए जिसमें काफी हद तक जान माल का नुकसान हुआ है।
नेपाल में भूकंप का पहला झटका 11.41 पर महसूस किया गया जिसकी तीव्रता 7.9 थी। वहीं राजधानी में 11.45 पर ये झटके महसूस किए गए जिसकी तीव्रता 7.5 दर्ज की गई।