श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के गुलमर्ग में रविवार को रस्सी टूट जाने से एक गोंडोला कार सैकड़ों मीटर नीचे जा गिरी, जिसमें दिल्ली के रहने वाले एक परिवार के चार सदस्य और 3 स्थानीय निवासियों की मौत हो गई।
दुर्घटना के ठीक-ठीक कारणों का तो अब तक पता नहीं चला है, लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक विशाल वृक्ष के गिरने से तार टूट गया, जिसके चलते कई केबिन कारें नीचे जा गिरीं।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना में 7 लोगों की मौत हुई है, जिसमें एक दंपती और दो बच्चे शामिल हैं। अन्य गोंडोला कारों में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं।
मृतकों की पहचान जयंत अंदरस्कर, उनकी पत्नी मनीषा और उनकी बेटियां अनघा और जाह्नवी के रूप में की गई है। वे दिल्ली में शालीमार बाग के रहने वाले थे।
अन्य दो मृतकों की पहचान मुख्तार अहमद गनी और जावेद अहमद खांडे के रूप में की गई है, जो संभवत: टूरिस्ट गाइड थे। एक अधिकारी ने बताया कि बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच चुका है, लेकिन अब तक कोई सूचना नहीं मिली है।
गुलमर्ग केबल कार दो चरणों में लोगों को समुद्र तल से 13,780 फुट की ऊंचाई तक ले जाती और ले आती है। यह दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची केबल कार परियोजाना है, जिसकी परिवहन क्षमता प्रति घंटा 600 लोगों की है।
इस रोपवे परियोजना के तहत 36 केबिन कारें संचालित होती हैं और मार्ग में कुल 18 टॉवर पड़ते हैं। यह परियोजना जम्मू एवं कश्मीर सरकार और एक फ्रांसीसी कंपनी के संयुक्त उद्यम के रूप में संचालित हो रही है और गुलमर्ग की यात्रा करने वाले पर्यटकों के बीच स्कीइंग को लेकर आकर्षण का बड़ा केंद्र है।
केबल कार का संचालन करने वाली कंपनी के अनुसार, यात्रा के पहले चरण के तहत यात्रियों को गुलमर्ग रिसॉर्ट से 2,600 मीटर की ऊंचाई पर कोंगडोरी स्टेशन पहुंचाया जाता है। दूसरे चरण के तहत यात्री कोंगडोरी से 3,747 मीटर की ऊंचाई तय करते हैं।