70 year old woman allegedly committed sati by jumping into funeral pyre of her husband
सहरसा। बिहार के सहरसा जिले के कहरा प्रखंड में एक वृद्धा ने पति की जलती चिता में छलांग लगाकर जान दे दी। मामला परमिनियां गांव का है। यहां 75 वर्षीय बीमार रामचंद्र मंडल की शनिवार सुबह घर पर ही मृत्यु हो गई थी। देर शाम रामचंद्र मंडल के परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार किया।
इसी बीच परिजन जब लौट गए तो रामचंद्र मंडल की पत्नी दिवा देवी घर के निकट ही स्थित दाह संस्कार स्थल पर जाकर अपने पति की जलती चिता पर कूद गई और जलने से उसकी मौत हो गई। गांव वालों ने बचाव के लिए इसे सती होने का रूप दे दिया। हालांकि पुलिस इस मामले को खुदकुशी का मामला बता रही
खबर के अनुसार रामचंद्र मंडल काफी दिनों से बीमार चल रहा था। शनिवार सुबह ह्दय गति रुकने के कारण उसकी मौत हो गई। शाम को परिजन दाह संस्कार के लिए उसकी चिता सजाकर मृतक मंडल के शव को रख कर मुखाग्नि दे दी। लेकिन परिजन शाम और ठंड होने के कारण चिता को जलता छोड़ आए। इसी बीच मंडल की पत्नी दिवा देवी दाह संस्कार स्थल पर पहुंच गई और पति के जलते चिता में कूद गई।
कहा जा रहा है कि जिस समय वह चिता में कूदी थी उस समय दाह संस्कार स्थल पर कोई नहीं था। इसलिए इसे सती होने का रूप परिजनों ने दे दिया। अपुष्ट खबरों के अनुसार वृद्ध की मृत्यु की चर्चा को सती का रूप देने के लिए इनके पुत्र ने अहम भूमिका अदा की है। क्योंकि यह मामला पुलिस के अनुसार खुदकुशी का है।
मृतक रामचंद्र मंडल का बेटा रमेश और उसकी पत्नी रेनू देवी समेत कई ग्रामीणों ने अपने बचाव को लेकर इस मामले को सती का रूप दे दिया। जो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। डीएसपी प्रेम सागर का कहना है कि यह मामला सती होने का नहीं बल्कि महिला के खुदकुशी का है जिसकी जांच की जा रही है।
ज्ञात हो कि कई साल पहले राजस्थान के रूप कंवर ने इसी प्रकार सती हो कर लोगों को दिल को हिला दिया था। लेकिन परमिनियां गांव की दिवा देवी एक बुजुर्ग और आंख से कम दिखाई पडऩे वाली महिला ने श्मसान घाट जाकर अपने पति की चिता पर कूद गई। यह एक चर्चा का विषय तो है ही लेकिन गांव वालों से लेकर अधिकारियों तक के लिए चुनौती का मामला है।