जालोर/सांचौर। समलैंगिक संबंध नहीं बनाने पर एक नाबालिग ने एक बच्चे की हत्या कर दी। मामले का खुलासा हत्या करने वाले नाबालिग युवक को संरक्षण में लेने के बाद हुआ।
मामला माखूपुरा की श्रीराम काॅलोनी का है। यहां पर होली के दौरान एक आठ वर्षीय बच्चे का शव मिला था। इसका सिर पत्थर से कुचला हुआ था। पुलिस ने बताया कि हरीश भी न थाने में आकर बताया कि होली पर उनके परिवार के लोग ढूंढ कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पडोस में गए थे। इस दौरान उसका पुत्र भूराराम भी था, बाद में वह लोग घर लौट गए, लेकिन भूराराम देर रात तक घर नहीं पहुंचा।
इस पर उसकी तलाश की गई तो एक सूने बाडे में उसका शव पडा हुआ मिला। उसका सिर व मुंह पत्थर से बुरी तरह कुचला हुआ था। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन भी हरकत में आया। जालोर एसपी सत्येन्द्रकुमार तथा एएसपी रामेश्वरलाल के अलावा सांचैर पुलिस उप अधीक्षक सुनिल के पंवार व थानाधिकारी भंवरलाल सिरवी भी पहुंचे।
हत्या की नशंसता देखते हुए सरवाना थानाधिकारी सत्येन्द्र आढा, चितलवाना थानाधिकारी गंगाराम चैधरी, रानीवाड़ा थानाधिकारी भवानीसिंह, झाब थानाधिकारी वगतसिंह आदि को भी घटनास्थल पर बुलवाया गया और हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए दल गठित कर दिया गया। इस दौरान बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया। बाद में जब हत्यारे को पकडा तो हत्या का कारण जानकर सभी स्तब्ध रह गए। हत्या करने वाला नाबालिग निकला।
नाबालिग ने की हत्या
पुलिस टीम ने पूरे मामले में बडी संजीदगी और तत्परता दिखाई। तथ्यों की जांच और घटनास्थल से जुटाये सबूतों के आधार पर पुलिस का शक एक नाबालिग युवक पर गया। जब उससे इस बारे में पूछताछ की तो उसने इस हत्या को किया जाना कुबूल किया। आठ वर्षीय मासूम की मौत के पकडे गए 17 वर्षीय नाबालिग ने बताया कि वह बच्चे से समलैंगिक संबंध बनाना चाह रहा था, इसे लेकर दोनों मे विवाद हुआ। इस पर उसने बच्चे को पत्थर मारा तो उसके सिर से खून बहने लगा। खून देखकर आरोपी नाबालिग घबरा गया और उसने बडे पत्थर से उसकी हत्या कर दी। आरोप कुबूलने के बाद पुलिस ने उसे अपने संरक्षण में ले लिया।