गुवाहाटी। असम की तरुण गोगोई सरकार के पूर्व मंत्री तथा भाजपा नेता डा. हिमंत विश्वशर्मा के करीबी व कांग्रेस से निलंबित 9 विधायक आगामी 9 नवंबर को भाजपा में औपचारिक रूप से शामिल होंगे।
इसके अलावा आगामी 27 अक्तूबर को हाल ही में असम विधानसभा के प्रधान सचिव पद से अवकाश प्राप्त पूर्व नौकरशाह गौरांग प्रसाद दास और 30 अक्तूबर को अगप के कद्दावर नेता पद्म हजारिका जामगुड़ी में आयोजित एक विशाल जनसभा में भाजपा का दामन थामेंगे।
भाजपा सूत्रों के अनुसार भाजपा हाईकमान ने कांग्रेस के 9 विधायकों को पार्टी में शामिल करने का संकेत दे दिया है। जिसके चलते ये सभी विधायक आगामी 4 नवंबर को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। हालांकि पार्टी ने साफ तौर पर कहा है कि इन विधायकों में टिकट उन्हीं को दिया जाएगा, जिनका नाम सर्वे में बहुमत के आधार पर आएगा।
ज्ञात हो कि पार्टी की आगामी 3 नवंबर से दो दिवसीय बैठक गुवाहाटी में होने जा रही है। जिसमे पार्टी के राष्ट्रीय सांगठनिक महासचिव रामलाल और राष्ट्रीय महासचिव राममाधव भी शामिल होंगे। बैठक में आगामी असम विधानसभा चुनाव और पार्टी की स्थिति कैसे मजबूत की जाए, उस पर विस्तार से चर्चा होगी।
असम में भाजपा की बनेगी सरकार : जमवाल
पूर्वोत्तर के सभी राज्यों आने वाले दिनों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारें बनेंगी। इस क्षेत्र से कांग्रेस के कुशासन का अंत होगा। यह कथन भाजपा पूर्वोत्तर के नवनियुक्त सांगठनिक सचिव अजय जमवाल का है।
उन्होंने कहा कि असम समेत पूर्वोत्तर में लंबे समय से कांग्रेस का शासन है, दुर्भाग्य है कि यह क्षेत्र आज भी बहुमुखी विकास से कोसों दूर है। बीते लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार से यहां की जनता ने भाजपा को समर्थन दिया, उससे स्पष्ट है कि राज्यवासी राज्य का विकास चाहते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि अगले वर्ष असम में भाजपा की सरकार निश्चित रूप से बनेगी। वे वर्षों तक यहां अखिल भार्तीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें असमिया बोलने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। जमवाल ने कहा कि पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं की सक्रियता को बढ़ानी होगी।
ज्ञात हो कि जमवाल को बीते शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्वोत्तर के सांगठनिक सचिव का कार्यभार सौंपा था। वे बीते कल गुवाहाटी पहुंच कर राजधानी के उजान बाजार स्थित पार्टी कार्यालय में मीडिया के सामने पहली बार मुखातिब होकर उपरोक्त बातें कहीं।