चंडीगढ़। रेवाड़ी के गांव खालेटा में 9वीं कक्षा के एक छात्र ने स्कूल में मिली प्रताड़ना के बाद अपने ही खेत में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। वजह महज 50 रुपए के लिए स्कूल में प्रिंसिपल द्वारा दी गई प्रताड़ना को बताया जा रहा है।
बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने स्कूल में हंगामा किया, वहीं पुलिस ने उनके बयान दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। थाना खोल के प्रभारी भीष्म कुमार ने बताया कि शनिवार सुबह गांव खालेटा में एक छात्र द्वारा सुसाइड कर लिए जाने की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी।
पुलिस को दिए बयान में सुंदर लाल ने बताया कि उसका 15 वर्षीय बेटा मोहित यहां आदर्श स्कूल में पढ़ता था। बीते दिनों उसके स्कूल की प्रिंसिपल शर्मिला के बेटे ने मोहित को एक मोबाइल रिपेयर करवाने के लिए दिया था और उसके एवज में 1 हजार रुपए भी दिए थे।
बाद में किसी विद्यार्थी ने प्रिंसिपल को कह दिया कि मोबाइल रिपेयर करवाने में तो 950 रुपए लगे हैं, जिसके बाद से प्रिंसिपल शर्मिला मोहित को बहाने बना-बनाकर प्रताड़ित करने लगी थी।
इसी के चलते शुक्रवार को स्कूल में प्रिंसिपल ने स्कूल के अशोक नामक एक अन्य टीचर के साथ मिलकर मोहित को बेहद बेरहमी के साथ पीटा। मोहित ने घर आकर अपनी मां राजबाई और बड़े भाई मोहन को सारी बात बताई तो उन्होंने शनिवार को स्कूल जाकर बात करने के लिए कहा।
बाद में न जाने चोरी-छिपे कब मोहित घर से एक रस्सी लेकर खेत में चला गया और परिजन उसे ढूंढकर परेशान हो चुके थे। सुबह घर से करीब एक किलोमीटर दूर उनके खेत में ही एक पेड़ से मोहित का शव फंदे पर लटके होने की सूचना मिली, जिसके बाद परिजन वहां पहुंचे।
रो-रोकर बेहाल हो रहे परिजनों का कहना है कि सिर्फ 50 रुपए जैसी छोटी सी रकम के पीछे शिक्षक इतने हैवान हो गए कि उनके बेटे की जान ले डाली। उधर इसी बीच सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच मामले की जांच में जुट गई है।
थाना प्रभारी भीष्म कुमार का कहना है कि मोहित के परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, उन्हीं के आधार पर स्कूल प्रिंसिपल और टीचर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।